डूंगरपुर. प्रदेश में पिछले दिनों चले सियासी घमासान के बीच भाजपा में भी उठापटक चली. इसी बीच डूंगरपुर के आसपुर से भाजपा विधायक गोपीचंद मीणा के गुजरात जाने और फिर विधानसभा से गायब रहने पर कई सवाल उठने लगे. जिसे लेकर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पुनिया और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने तलब भी किया. इन तमाम बातों को लेकर मीणा ने अपनी सफाई पेश की है.
आसपुर विधायक गोपीचंद मीणा का कहना है कि भाजपा पार्टी संगठन के माध्यम से चलती है और उन पर जो आरोप लगाए जा रहे हैं, वे सरासर गलत हैं. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार में जब सियासी घमासान मचा हुआ था. उस समय भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया, नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया और वरिष्ठ नेता धर्मनारायण जोशी के कहने पर वे गुजरात गए और फिर उन्हीं के कहने पर वापस लौटे. विधायक ने कहा कि वे ना तो किसी के इशारे पर गए थे और ना ही कांग्रेस के बहकावे में आए थे.
खराब की जा रही राजनीतिक छवि...
उन्होंने कहा कि कुछ लोग आरोप लगा रहे हैं कि विधायक कांग्रेस से मिल गए थे, लेकिन वे लोग भ्रमित करने और उनकी राजनीतिक छवि को धूमिल करने का प्रयास कर रहे हैं. कांग्रेस के जिन नेताओं से मिलने का आरोप उन पर लग रहा है, उनका मुंह तक नहीं देखा है. उन्होंने कहा कि उन पर आरोप लगाने वाले लोग उनकी पार्टी या दूसरे भी हो सकते हैं, जिन्हें वे जानते तक नहीं हैं.
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उन्होंने अपनी पार्टी के नेताओ से भी दो टूक कहा कि अगर वे उनके बारे में कुछ सोचते हैं, तो उनके पास आकर ही साफ कह दें कि आप दो बार एमएलए बन चुके हो. अब दूसरे को मौका दो, तो मैं तैयार हूं. पार्टी का जैसा आदेश होगा, उसी पर एकजुट होकर काम करूंगा.