डूंगरपुर. ‘हर-हर महादेव, जय-जय शिव शंभू, बम-बम भोले... के जयकारों से शुक्रवार को पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया. महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर देवाधिदेव महादेव भगवान शंकर की पूजा-अर्चना और उपासना की गई. शिवजी के अभिषेक और दर्शनों के लिए भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा.
शिवाष्टक, महामृत्युजंय और ऊं नम: शिवाय जैसे महामंत्रों की अनुगूंज के बीच महाशिवरात्रि का पर्व जिले भर में श्रद्धापूर्वक मनाया गया. शिवालयों में अभिषेक और जय शिव शंभू, हर- हर महादेव के उद्घोष गूंजते रहे. लोगों ने व्रत, उपवास और शिवालयों में माथा टेक कर सुख-समृद्धि प्राप्ति की कामना की.
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जिला मुख्यालय से 13 किलोमीटर दूर भुवनेश्वर शिव मंदिर, डूंगरपुर और उदयपुर सीमा से सटे सोम नदी के तट पर स्थित देवसोमनाथ शिवालय, कतिसौर के समीप स्थित कटकेश्वर शिवालय, बेणेश्वर धाम शिव मंदिर सहित कई मंदिरों में पारंपरिक मेले भरे. महाशिवरात्रि के शुभ मौके पर समीपस्थ ठाकरड़ा स्थित सिद्धेश्वर महादेव मंदिर, निठाउवा के बोरेश्वर और दूसरे स्थानों पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी.
भोई समाज ने निकाली भगवान शिवजी की शोभायात्रा
शिवरात्रि महापर्व पर भोई समाज की ओर से नीलकंठ महादेव मंदिर भोईवाड़ा से भव्य शोभायात्रा निकाली गई. इसमें श्रद्धालु कंधों पर शिवजी की रवाड़ी थामे हुए थे. मार्ग में श्रद्धालुओं ने भगवान शिवजी की झांकी के दर्शन किए. शोभायात्रा शहर में भ्रमण करते हुए गेपसागर की पाल पहुंची. इस दौरान शिव भक्त शिव लहरी पर खूब झूमे. यहां श्रद्धालुओं की ओर से भगवान की आरती उतारी गई और प्रसाद का वितरण किया गया.