डूंगरपुर. जिला मुख्यालय पर शिक्षक संघ शेखावत की ओर से शिक्षकों की विभिन्न मांगो को लेकर धरना देते हुए, प्रदर्शन किया गया. इसके बाद मुख्यमंत्री के नाम आठ सूत्री मांगों के साथ कलेक्टर को ज्ञापन सोंपा गया. मुख्य रूप से संगठन ने जुलाई 2019 से बढ़ाए 5 प्रतिशत महंगाई भत्ते को लागू करने की मांग रखी है.
शिक्षक संघ शेखावत के प्रांतीय उपाध्यक्ष हेमंत कुमार खराड़ी के नेतृत्व में शिक्षक कलेक्ट्रेट पर एकत्रित हुए और धरना दिया. इस दौरान शिक्षक हितों की मांगों को लेकर नारेबाजी भी की गई. इस अवसर पर शिक्षकों ने अपनी 8 सूत्रीय मांगो को लेकर प्रदर्शन करते हुए, सरकार के सामने मांगे रखीं.
शिक्षक नेता हेमंत खराड़ी ने कहा कि सरकार से 8 सूत्री मांगों को लेकर लंबे समय से चर्चा चल रही है. लेकिन सरकार मांगो को अनसुना कर रही है. खराड़ी ने कहा कि पिछले दो महंगाई भत्ते सरकार ने नहीं दिए हैं. जबकि मंहगाई काफी बढ़ गई है. संगठन ने जुलाई 2019 से बढ़ाए 5 प्रतिशत महंगाई भत्ते को लागू करने की मांग रखी है. वहीं सरकार ने पुरानी पेंशन स्कीम को भी बंद कर दिया है. जबकि नई पेंशन स्कीम में कोई गारंटी नहीं है. जिस कारण शिक्षक पेशोपेश में हैं.
पढ़ें: अलवर में फिर हुआ भीड़तंत्र हावी, गौतस्करों को पीटा
शिक्षकों की ओर से पुरानी पेंशन स्कीम को फिर लागू करवाने के लिए लगातार संघर्ष किया जा रहा है. लेकिन सुनवाई नहीं हो रही है. इसके अलावा बिना किसी तैयारी के स्कूलों में ऑनलाइन उपस्थिति और अवकाश स्वीकृति के आदेशों को तुरंत वापस लेने, पोषाहार, अन्नपूर्णा दुग्ध योजना, ट्रांसपोर्ट वाउचर आदि के बकाया के लिए तुरंत राशि जारी करने, कुक कम हेल्पर मानदेय को 10 हजार रुपए देने, स्थाई स्थानांतरण नीति लागू कर शैक्षिक ढांचे को मजबूत करने, एकीकरण के नाम पर पूर्ववर्ती सरकार की ओर से बंद किए स्कूलों को फिर से शुरू करने, गैर शैक्षणिक कार्य से शिक्षकों को मुक्त रखने और रिक्त पदों को भरने की मांगे प्रमुख हैं. शिक्षक संघ ने जिला कलेक्टर को सीएम के नाम ज्ञापन देते हुए, जल्द इन मांगो को पूरा करवाने की मांग रखी है.