डूंगरपुर. भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया आज डूंगरपुर जिले के दौरे पर रहे. उदयपुर सीमा से डूंगरपुर जिले में प्रवेश ओर शहर में आने तक 24 किलोमीटर की यात्रा 2 दर्जन से ज्यादा जगहों पर उनका स्वागत किया गया.
सतीश पूनिया मेवाड़ यात्रा (Mewar tour of satish poonia) पर हैं. भाजपा के विभिन्न संगठनों की ओर से ढोल-नगाड़ों के साथ जगह-जगह सतीश पूनिया का जबर्दस्त स्वागत किया गया. डूंगरपुर की सीमा में प्रवेश पर मोतली मोड़ पर भाजपा जिलाध्यक्ष प्रभु पंड्या, सांसद कनकमल कटारा, प्रदेश महामंत्री सुशील कटारा समेत कई कार्यकर्ताओ ने स्वागत किया.
डूंगरपुर शहर में प्रवेश पर राजपुर घांटी में भाजपा नगर मंडल की ओर से स्वागत किया. प्रताप सर्कल पर सतीश पूनिया ने महाराणा प्रताप की प्रतिमा पर माल्यार्पण करते हुए प्रणाम किया. इसके बाद महिला मोर्चा की महिलाओ के साथ ही पूनिया ने ही तालिया बजाते हुए गरबा (Satish Poonia Garba Dance) खेला. पूनिया को गरबा खेलते देख उनके साथ से सांसद कनकमल कटारा भी नाचने लगे.
इसके बाद कुछ आगे बढ़ने पर भाजपा एसटी मोर्चा ने तीर कमान देकर स्वागत किया. पूनिया ने ढोल-कुंडी की थाप पर आदिवासी महिलाओं व पुरुषों के साथ ही गैर नृत्य किया तो रंगत जम गई. आगे अस्पताल चौराहे के पास सरदार वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के बाद ऑडिटोरियम पंहुचे, जहां तपस संस्थान के दिव्यांग बच्चों ने भी उनका स्वागत किया.
गहलोत सरकार पर साधा निशाना
सतीश पुनिया ने मीडिया से बातचीत करते हुए राज्य की गहलोत सरकार पर निशाना जमकर निशाना साधा. कहा कि हमेशा शांत रहने वाला राजस्थान प्रदेश 3 सालों में अपराध की राजधानी बन गया है, इसलिए गहलोत सरकार को 3 साल का जश्न मनाने का हक नहीं है. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ऑडिटोरियम में भाजपा जिला कार्यसमिति की बैठक में भाग लेने से पहले मीडिया से बातचीत की. उन्होंने गहलोत सरकार पर जमकर निशाना साधा. कहा कि पिछले 3 सालों में अपराधों की राजधानी बन गया ऐसे में गहलोत सरकार को 3 साल का जश्न मनाने का कोई अधिकार नहीं. पूनिया ने कहा कि चित्तौड़ से शुरू की गई भाजपा की जन आक्रोश रैली के माध्यम से किसानों की कर्जमाफी में वादा खिलाफी, बेरोजगारी ओर बढ़ते अपराधों के मुद्दों से जनता को अवगत कराएंगे. यही जन आक्रोश रैली वर्तमान कांग्रेस सरकार के ताबूत में आखिरी कील साबित होगी.
प्रदेश में बढ़ रहा अपराधों का ग्राफ
पूनिया ने कहा कि अशोक गहलोत की सरकार को 3 साल का जश्न मनाने का कोई अधिकार नहीं है. क्योकि आप पिछले 3 वर्षों में देख रहे हैं कि अखबार अपराध की खबरों से रंगे होते हैं. शान्ति पूर्ण प्रदेश को अपराधों की राजधानी बना दिया. कल ही बूंदी में 15 साल की युवती के साथ बलात्कार हुआ और उसे मारकर जंगल में फेंक दिया. आरटीआई के एक्टिविस्ट अमराराम को बाड़मेर में उन्हीं के गृह क्षेत्र में अमानवीय व बर्बरता पूर्ण काम किया.