डूंगरपुर. देश में इन दिनों सनातन धर्म को लेकर कई विरोधाभासी बयान सामने आ रहे हैं. इसी बीच गुरुवार को डूंगरपुर प्रवास पर आए वृंदावन धाम के सद्गुरु ऋतेश्वर महाराज ने बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री के धर्म परिवर्तन को लेकर दिए बयानों पर कहा कि हिंदुस्तान में रहने वाला हर व्यक्ति हिंदू है तो फिर धर्म परिवर्तन की बात ही नहीं है. उन्होंने सनातन धर्म की पैरवी करते हुए विरोधियों को करारा जवाब दिया. वहीं, वर्तमान शिक्षा पद्धति पर कटाक्ष करते हुए बहुसंख्यक हिंदू सनातनियों का अपना शिक्षा बोर्ड बनाने की पैरवी की.
इस मौके पर उन्होंने हिंदू संस्कृति व सनातन धर्म की संरक्षण की भी बात कही. ऋतेश्वर महाराज ने कहा कि भारत में रहने वाले सभी भारतीय हैं, सभी हिंदुस्तानी हैं और हर भारतीय का डीएनए हिंदू है. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के अनुसार हिंदू जीवन जीने की पद्धति है. हिंदू कोई मत नहीं है, लेकिन अज्ञानता, अशिक्षा और वोटों की राजनीति के कारण हिंदू को एक धर्म कहकर ही संबोधित किया जाता है. पूजा की पद्धति अलग हो सकती है, लेकिन धर्म अलग नहीं है. यह एक हिंदू राष्ट्र था, है और हमेशा रहेगा.
ऋतेश्वर महाराज ने भारत की शिक्षा पद्धति पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि देश की शिक्षा पद्धति में सुधार होना चाहिए. जब प्रत्येक अल्पसंख्यक धार्मिक लोगों का अपना पर्सनल बोर्ड है तो बहुसंख्यक हिंदू सनातनियों का अपना शिक्षा बोर्ड क्यों नहीं है. सनातन शिक्षा बोर्ड का निर्माण जल्द से जल्द होना चाहिए, क्योंकि जब पूरे जड़ में दीमक लगा हो तो ऊपर-ऊपर उपचार से कुछ नहीं होगा.
उन्होंने कहा कि अगर राष्ट्र व देश को बदलना है तो पूरी शिक्षा पद्धति में बदलाव करना पड़ेगा. इसके लिए हमारी सनातनी शिक्षा नीति लानी होगी. इधर राजनीतिक दलों से जुड़े सवालों पर ऋतेश्वर महाराज ने जवाब देते हुए कहा, मैं किसी विशेष दल का नहीं हूं, दिल की बात करने आया हूं. जो भी व्यक्ति सनातन की बात करेगा, हित की बात करेगा, गरीबों की बात करेगा, एक सामान्य नागरिक के तौर पर मैं उसके साथ खड़ा रहूंगा.