डूंगरपुर. मंत्री रमेश चंद्र मीणा ने बड़ा बयान देते हुए कहा है कि वे किसी खेमे के नहीं हैं, बल्कि वे कांग्रेस खेमे से हैं. डूंगरपुर में मीडिया से बातचीत के दौरान राजस्थान में सीएम बदलने की चल रही अफवाहों के सवाल पर उन्होंने कहा कि सीएम अशोक गहलोत व सचिन पायलट कांग्रेस के खेमे से हैं और जो भी हमारा राष्ट्रीय नेतृत्व तय करता है, वही चलता है. इसमें ज्यादा वक्तव्य देना नहीं है, सिर्फ इतना ही कहूंगा कि कांग्रेस एक है और हम सबको मिलकर (Congress Politics in Rajasthan) एक ही काम करना है कि वर्ष 2023 में कांग्रेस वापस राजस्थान में रिपीट हो. इसी धारणा पर कांग्रेसी नेता व पार्टी काम कर रही है.
करप्शन नहीं करेंगे बर्दाश्त : मंत्री रमेश मीणा ने कहा कि वे प्रदेश में ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज विभाग में किसी भी प्रकार का करप्शन बर्दाश्त नहीं करेंगे. कोई दोषी अधिकारी हो या जनप्रतिनिधि हो, उसके खिलाफ (Minister Ramesh Meena Dungarpur Visit) सख्त कार्रवाई होगी. हमारी यही मंशा है कि सरकार की जो भी कल्याणकारी योजना बनी है, उसका लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे और उसका विकास हो, क्षेत्र का विकास हो. उन्होंने कहा कि धरातल पर काम नजर आना चाहिए और गुणवत्ता का भी ध्यान रखा जाना चाहिए.
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मनरेगा में 2100 करोड़ की केंद्र से डिमांड : ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज मंत्री रमेश मीणा ने मनरेगा में बजट की आ रही परेशानी पर कहा कि पूरे प्रदेश में बजट की कमी चल रही है. राज्य सरकार ने पूरे प्रदेश के लिए 2100 करोड़ की डिमांड भेज रखी है. इस संबंध में केन्द्रीय ग्रामीण मंत्री से मुलाकात भी हुई थी, जिसमें उन्होंने अप्रैल माह तक बजट मिलने का आश्वासन दिया था. लेकिन अभी तक बजट नहीं मिला है. बजट नहीं होने से जहां मनरेगा योजना से जुड़े लोगों को समस्या का सामना (Development Work in Rajasthan) करना पड़ रहा है. वहीं विकास बाधित हो रहा है. इस दौरान उन्होंने केंद्र सरकार पर बजट के मामले में तंज भी मारा और कहा कि जैसे-जैसे चुनाव आएगा, वैसे-वैसे मनरेगा में केंद्र सरकार लेबर भी कम कर सकती है. पेमेंट में और भी देरी कर सकती है.