डूंगरपुर. दोवड़ा थाना क्षेत्र के पातली गांव में 2 अप्रैल की रात को युवक की हत्या के मामले में 40 घंटे बाद भी शव का पोस्टमार्टम नहीं हो पाया है. राजपूत समाज के लोग आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग के साथ मृतक के आश्रित परिजन को सरकारी नौकरी एवं 50 लाख रुपए की आर्थिक सहायता की मांग पर अड़े हुए हैं. जिसके चलते शव अभी भी जिला अस्पताल की मोर्चरी में रखा हुआ है. समाज के लोग अपनी मांगों को लेकर कलेक्ट्रेट के सामने धरना-प्रदर्शन पर बैठ गए है.
अलर्ट मोड में पुलिस-प्रशासनः समाज के लोग करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष भंवर सिंह एवं पूर्व राज्यसभा सांसद हर्षवर्धनसिंह के नेतृत्व में कलेक्ट्रेट पर धरने पर बैठे हुए है. बता दें कि दोवड़ा थाना क्षेत्र के पातली गांव में रविवार रात को विक्रम सिंह चुंडावत की निर्मम हत्या कर दी गई थी. करीब 10 हमलावरों ने लट्ठ, पत्थरों और धारदार हथियारों से वारदात को अंजाम दिया था. अब इस घटना को लेकर लोगों में आक्रोश दिखाई दे रहा है. भंवर सिंह ने बताया कि सभी आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग की गई है. उन्होंने कहा कि जब तक मांग पूरी नहीं होगी, तब तक शव का पोस्टमार्टम नहीं करवाया जाएगा. लोगों के प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस और प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है.
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ये था पूरा घटनाक्रमः पातली निवासी 40 वर्षीय विक्रम सिंह पुत्र सूर्य सिंह 2 अप्रैल की रात को घर की ओर जा रहा था. गेंहुवाडा से पातली रोड पर नीलकंठ महादेव मंदिर के पास पहले से कुछ युवक खड़े थे. विक्रम सिंह के वहां पहुंचते ही दोनों पक्षों में विवाद हो गया था. विवाद इतना बढ़ गया की वहां खड़े युवकों ने विक्रम सिंह पर हमला कर दिया और पहले लातों -घूसों से जमकर पिटाई कर दी. इसके बाद कुदाली से भी विक्रम सिंह के सिर पर वार किया. इससे विक्रम सिंह मौके पर ही लहुलूहान होकर गिर गया था. उसे गंभीर हालत में छोड़कर हमलावर वहां से भाग गए थे. कुछ देर बाद वहां से गुजर रहे लोगो ने विक्रम सिंह को घायल हालात में देखकर उसके परिजनों को सूचना दी. इसके बाद परिवार के लोग उसे गंभीर हालत में डूंगरपुर जिला अस्पताल लेकर पहुंचे थे. डूंगरपुर अस्पताल में जांच के बाद डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया था.