डूंगरपुर. जिले में कोरोना के रिकॉर्ड मामले सामने आ रहे है, वहीं बड़ी संख्या में पॉजिटिव केस डूंगरपुर शहर से है. इसमें 80 प्रतिशत से ज्यादा कोरोना संक्रमित मरीज होम आइसोलेशन में अपने घरों पर ही है, लेकिन कई मरीजों के होम आइसोलेशन से बाहर निकलकर घूमने की शिकायतें मिलने से प्रशासन ने इस पर सख्ती बढ़ा दी है.
होम आइसोलेशन मरीजों को अब तक चिकित्सा विभाग की टीमें ही निगरानी कर रही थी, लेकिन अब इसके साथ ही पुलिस को भी तैनात कर दिया गया है. इसके लिए जिला पुलिस अधीक्षक सुधीर जोशी की ओर से 6 टीमे बनाते हुए रमेशचंद्र पाटीदार को सुपरवाइजर बनाया गया है, जो रोजाना होम आइसोलेट मरीजों की निगरानी कर रही है.
सुपरवाइजर अधिकारी रमेशचंद्र पाटीदार ने बताया कि रोजाना सुबह होते ही चिकित्सा विभाग की ओर से होम आइसोलेट व्यक्तियों की एक सूची उन्हें मिल जाती है. इसके बाद उनकी टीम प्रत्येक वार्ड और घर पर जाकर होम आइसोलेट व्यक्ति की निगरानी के साथ ही उसकी कुशलक्षेम भी पूछी जाती है. वहीं उनकी दवाइयों ओर जरूरत के बारे में भी पूछा जाता है और जरूरत होने पर उन्हें मदद भी मुहैया करवाई जाती है.
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उन्होंने बताया कि कई बार देखने में आया कि कोरोना संक्रमित परिवार का सदस्य घर से बाहर निकलकर घूमते है या फिर दुकान खोल लेते है, ऐसे लोगो के खिलाफ सख्त कार्रवाई भी की जा रही है.