डूंगरपुर. जिले के पैराटीचर्स ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर सोमवार को जिला कलेक्ट्रेट पर धरना-प्रदर्शन किया. इसके बाद स्थायीकरण करने सहित कई मांगो को लेकर मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा. प्रदर्शन के दौरान मांगे पूरी नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी.
राजस्थान पैराटीचर शिक्षाकर्मी संघर्ष समिति के आव्हान पर जिले के पैराटीचर्स और शिक्षाकर्मी कलेक्ट्रेट पर एकत्रित हुए. इसके बाद जिलाध्यक्ष राजेंद्र कुमार रोत के नेतृत्व में सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया. पैराटीचर्स शिक्षाकर्मी संघ कलेक्ट्रेट के सामने धरने पर बैठ गए.
इस अवसर पर जिलाध्यक्ष राजेन्द्र कुमार रोत ने बताया कि वर्ष 1999 में गहलोत सरकार ने पैराटीचर के रूप में शिक्षाकर्मियों की भर्ती की थी. इन शिक्षाकर्मियों से सरकार स्थाई शिक्षक के समान पिछले 22 वर्षों से काम करवा रही है, लेकिन आज तक ना तो उन्हें स्थाई किया गया और न हीं उन्हें सम्मानजनक मानदेय मिल रहा है.
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राजेंद्र कुमार ने कहा कि सरकार पैराटीचर्स को तृतीय श्रेणी शिक्षक के रूप में स्थाई करते हुए उन्हें वे समस्त लाभ और परिलाभ दें, जो स्थाई कर्मचारियों को मिलते हैं. उन्होंने कहा कि सरकार अगर शीघ्र उनकी मांगों पर गौर नहीं करती है, तो जयपुर में अनिश्चितकालीन धरना दिया जाएगा, जिसकी जिम्मेदारी सरकार की रहेगी.