डूंगरपुर. बकरा खरीद के बाद उधारी के पैसे चुकाने पर मिली बख्शीश बांटने को लेकर चाचा-भतीजे में झगड़ा हो गया. झगड़ा इतना बढ़ गया कि भतीजे ने चाचा की पत्थरों से मारकर हत्या कर (Man beaten to death in Dungarpur) दी. पुलिस ने आरोपी भतीजे को डिटेन कर लिया है.
सदर थानाधिकारी हजारीलाल ने बताया कि अश्विन फनात मीणा ने रिपोर्ट दर्ज कार्रवाई है. इसमें बताया कि गत मंगलवार को उसके पिता शंकर फनात (42), परिवार के चाचा देवीलाल, शांतिलाल, तेजाराम ने मिलकर सोहनलाल फनात से उधारी में 6 हजार रुपए में बकरा खरीदा था. शाम के समय बकरे के पैसे देने सभी देवल गए थे. सोहनलाल ने 6 हजार रुपए देने के बाद 200 रुपए बख्शीश में दिए. इस राशि को शंकर फनात ने अपने पास रख लिया. इसके बाद सभी लोग 2 बाइक पर वापस अपने घर जा रहे थे. रास्ते में देवल कोलरा तालाब के पास शांतिलाल फनात ने बाइक रोक ली. फिर शंकर की भी बाइक रुकवाई.
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इसके बाद शांतिलाल ने बख्शीश में मिले 200 रुपए बांटने के लिए कहा और दोनों में बहस शुरू हो गई. बात इतनी बिगड़ गई कि भतीजे शांतिलाल (22) ने अपने चाचा शंकर के साथ मारपीट शुरू कर दी. शांतिलाल ने गला दबा दिया और पत्थरों से मारा. बेटे अश्विन, देवीलाल और तेजाराम ने बीच-बचाव कर छुड़वाया, लेकिन मारपीट से शंकर गंभीर रूप से घायल हो गया. परिवार के लोग उसे खेरवाड़ा हॉस्पिटल लेकर जा रहे थे. लेकिन रास्ते में शंकर की मौत हो गई. बुधवार सुबह सदर थाना पुलिस को सूचना दी गई. थानाधिकारी हजारीलाल मय जाब्ता मौके पर पहुंचे. शव को डूंगरपुर हॉस्पिटल के मोर्चरी में रखवाया. बेटे अश्विन फनात ने चचेरे भाई शांतिलाल फनात मीणा के खिलाफ हत्या का केस दर्ज करवाया है. पुलिस ने पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया है.