डूंगरपुर. हैदराबाद और उन्नाव जैसी घटनाएं हमारे यहां बेटियों और महिलाओं के साथ न हों. इसलिए डूंगरपुर पुलिस उन्हें आत्मरक्षा का प्रशिक्षण दे रही है. जिला पुलिस अधीक्षक जय यादव ने इसे मुहिम की तरह लिया, जिसका असर अब दिखने लगा है.
एसपी ने बताया कि डूंगरपुर पुलिस की प्रशिक्षित महिला पुलिसकर्मियों को प्रशिक्षण देने के लिए चुना गया है. इसके बाद जिले के स्कूल और कॉलेज को चयनित करते हुए दिन और समय के अनुसार बेटियों को आत्मरक्षा के साथ ही बदमाशों पर किस तरह से बचना है, इसका प्रशिक्षण दिया जा रहा है. पुलिस की इस मुहिम से डूंगरपुर शहर के सभी बड़े स्कूल और कॉलेज में बेटियां प्रशिक्षण ले रही हैं, जिसमें प्रशिक्षित महिला पुलिसकर्मी जूडो-कराटे का प्रशिक्षण दे रही हैं.
वहीं बेटियों को नियमित योग और अभ्यास से खुद के आत्मरक्षा के लिए तैयार किया जा रहा है, जिससे बेटियों में आत्मविश्वास भी बढ़ रहा है. एसपी ने बताया कि अब तक 577 बेटियों को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण दिया जा चुका है और आगे भी यह अभियान जारी है. इसके तहत गांवों तक के स्कूलों में बेटियों को आत्मरक्षा के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा.
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प्रशिक्षण प्राप्त करने वाली छात्राओं से जब ईटीवी भारत ने बातचीत की तो बताया कि उन्हें इस प्रशिक्षण से काफी कुछ सीखने को मिला है. छात्राओं ने बताया कि इस प्रशिक्षण से वे खुद का बचाव तो कर ही सकती हैं. साथ ही बदमाशों का मुस्तैदी से सामना भी कर सकती हैं. यहां उन्होंने जूडो-कराटे के साथ ही कई तकनीक सीखी है, जिससे उनका आत्मविश्वास भी बढ़ा है.