डूंगरपुर. प्रदेश में 20 मार्च से सभी स्कूल और कॉलेज पूरी तरह से बंद हैं. ऐसे में स्कूलों में मिड-डे-मील योजना के तहत कक्षा पहली से लेकर 8वीं तक के बच्चों को पोषाहार भी नहीं बांटा गया. इस दौरान सरकार के आदेशों पर स्कूलों ने मिड-डे-मील का पोषाहार फूड बैंक में दे दिया. जिससे लॉकडाउन में भूखे और गरीब लोगों में राशन बांटा जा सके. लेकिन अब सरकार ने लॉकडाउन के दौरान जितने दिन सरकारी स्कूल बंद रहे, उस समय का पोषाहार बच्चों को वितरण करने का आदेश दिया है.
जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक गोवर्धनलाल यादव ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान 94 दिन से स्कूल बंद हैं. इस हिसाब से प्रतिदिन के अनुसार बच्चों को राशन दिया जाएगा. आदेश के अनुसार कक्षा 1 से 5 तक के बच्चों को प्रति बच्चे 100 ग्राम, कुल 9 किलो 400 ग्राम और कक्षा 6 से 8 तक के बच्चों को प्रति बच्चे 150 ग्राम, कुल 14 किलो 100 ग्राम राशन का वितरण किया जाएगा.
यादव ने बताया कि जिले में कक्षा 1 से 5 तक में 1 लाख 34 हजार 642 बच्चे अध्ययनरत थे. जबकि कक्षा 6 से 8 तक में 78 हजार 378 बच्चे हैं, जिन्हें यह पोषाहार बांटना है. पोषाहार में बच्चों को गेहूं के साथ ही चावल भी दिए जाएंगे. जिसमें 70 प्रतिशत गेहूं तो 30 प्रतिशत चावल होंगे. डीईओ ने बताया कि 25 जून तक सभी स्कूलों में यह राशन वितरण पूरा करना है. इसके लिए सभी स्कूलों में राशन पहुंचाया जा रहा है. स्कूलों में बच्चों को राशन वितरण के लिए 4 हजार 600 क्विंटल गेंहू और 1 हजार 900 क्विंटल चावल की सप्लाई मिल चुकी है और जल्द ही इसे स्कूलों तक पहुंचा कर वितरित किया जाएगा.