डूंगरपुर. शराब तस्करी के सरगना राजू वांटेड गैंग के 3 सदस्यों को एक पिस्टल और जिंदा कारतूस के साथ गिरफ्तार करने में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. राजू वांटेड अपने सदस्यों से हथियार सप्लाई का काम भी करता है. इसी कम्र में उसके तीनों सदस्य पिस्टल बेचने के लिए ही आ रहे थे और पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया है. वहीं पुलिस राजू वांटेड की भी तलाश कर रही है.
जानकारी के अनुसार पिछले दिनों शराब माफिया के दो गैंग में हाइवे पर स्थित एक होटल पर गैंगवॉर के बाद से ही राजू वांटेड फरार चल रहा है. पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली की कुछ लोग पिस्टल और कारतूस बेचने के लिए डूंगरपुर आ रहे है. इस पर एसपी जय यादव के निर्देश पर सदर सीआई कैलाशचंद्र सोनी के साथ स्पेशल टीम ने मोतली मोड़ पर वाहनों की तलाशी शुरू कर दी.
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इस दौरान मुखबिर के बताए अनुसार एक बिना नंबर की पल्सर मोटरसाइकिल पर 3 युवक आए. पुलिस ने उन्हें रुकवाकर तलाशी ली, तो उनके पास से पिस्टल और एक जिंदा कारतूस बरामद हुए है. जिसके कोई वैध दस्तावेज नहीं थे. पुलिस ने मामले में पिस्टल और कारतूस रखने के मामले में राजू मसार निवासी मसारो की ओबरी, प्रकाश डोडियार निवासी कनबई और मनीष हंगात निवासी दबायचा को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं पुलिस ने उनके पास से बाइक भी जब्त कर ली है.
ये आरोपी शराब तस्करी के साथ ही हथियारों की तस्करी का काम करते हैं. पुलिस पूछताछ में तीनों गुर्गों ने बताया, कि उन्हें यह पिस्टल और कारतूस राजू वांटेड ने बेचने के लिए दी थी, जिसे वे डूंगरपुर में बेचने के लिए आ रहे थे. बताया जाता है, कि पिस्टल को करीब 20 से 30 हजार रुपये में बेचने की संभावना जताई जा रही है, हालांकि पुलिस मामले में पूछताछ कर रही है.
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बता दें, कि पिछले महीने नेशनल हाइवे 8 के मोतली मोड़ स्थित होटल के पार्किंग में दो शराब माफिया के गैंग में गैंगवॉर हुआ था. इसमें राजू वांटेड गैंग ने दुसरी गैंग पर हमला किया था. इसके बाद से ही पुलिस शराब माफिया राजू वांटेड की तलाश कर रही है. जो पुलिस से छुपतेा-भागते फिर रहा है.