डूंगरपुर. पूरा देश कोरोना महामारी से जूझ रहा है, कोरोना की दूसरी लहर का हर तरफ हाहाकार मचा हुआ है. चिकित्सालयों में बढ़ते मरीज, चिकित्सकीय संसाधनों के पूरजोर प्रयास और कोरोना केस के बढ़ते संक्रमण के बीच राजस्थान के दक्षिणांचल में स्थित डूंगरपुर जिले का लिम्बड़िया गांव कोरोना मुक्त बना हुआ है. कोरोना से बचाव को लेकर मास्क और सोश्यल डिस्टेंसिंग को गांव के लोगों ने जीवन मे उतार लिया, जिससे गांव में आज तक एक भी कोरोना संक्रमित केस नहीं आया और गांव कोरोना फ्री बना हुआ है.
जिला कलेक्टर सुरेश कुमार ओला की ओर से कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोकने और जागरूकता के लिए ‘मेरा वार्ड, मेरा गांव, मेरा जिला’ कोरोना मुक्त अभियान के माध्यम से ग्राम स्तर तक लगातार किए जा रहे प्रयास अब सार्थक होते नजर आ रहे हैं. अभियान के कारण बढ़ी सजगता का ही परिणाम है कि जिले की पंचायत समिति गलियाकोट मुख्यालय से 8 किमी की दूरी पर स्थित ग्राम पंचायत लिम्बड़िया, जहां अभी तक एक भी कोरोना पॉजिटिव केस नहीं आया है.
पूर्ण सतर्कता और सजगता से किया गया कार्य
मुख्य कार्यकारी अधिकारी अंजलि राजौरिया ने बताया कि जिले में ‘मेरा वार्ड-मेरा गांव-मेरा जिला’ कोरोना मुक्त अभियान चलाया जा रहा है. इस अभियान में ग्रामीण विकास एवं पंचायत राज विभाग के सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों के द्वारा कोर कमेटियों के साथ समन्वय स्थापित करते हुए पूर्ण मनोयोग एवं निष्ठा से कार्य किया जा रहा है. इसी के फलस्वरूप ग्राम पंचायत लिम्बड़िया में ग्राम प्रशासन, कोर कमेटी ग्रुप और ग्रामवासियों ने शुरू से ही पूर्ण सतर्कता और सजगता रखते हुए संक्रमण रोकने के बहुत अच्छें प्रयास कर कार्य किया. यही कारण रहा कि कोरोना इस गांव में प्रवेश नही कर पाया.
विकास अधिकारी गलियाकोट रघुवीरसिंह मीणा ने बताया कि ग्राम पंचायत के लोगों की सतर्कता, अपूर्व सहयोग और प्रयासों के कारण यहां पर कोरोना गाइडलाइन का सख्ती से पालन हो रहा है. उन्होंने बताया कि नई बनी इस ग्राम पंचायत लिम्बड़िया में चार राजस्व गांव लिम्बड़िया, ढेबरिया, गडिया, रतनपुरा सम्मिलित है. पंचायत की कुल जनसंख्या 4 हजार 288 हैं. ज्यादातर लोगों खेतीहर और मजदूर है लेकिन ग्राम वासियों की ओर से जागरूकता से गाइडलाइन की प्रभावी रूप से की गई पालना ने ही यहां के लोगों को कोरोना से अब तक बचाया है.
गांव में एक भी कोरोना केस
सरपंच नर्बदा देवी ताबियाड, पीईईओ पार्वती दामा और ग्राम विकास अधिकारी सचिव मनीष भावसार ने बताया कि इसके पीछे ग्राम पंचायत प्रशासन, स्थानीय जनप्रतिनिधि, उप सरपंच संतोष भाभोर, समस्त वार्ड पंच, समाजसेवी रतनलाल ताबियाड, आशा, एएनएम मणी डेंडोर एवं ईश्वरी पाटीदार और ग्रामवासियों की ओर से मिलकर किए गए प्रयासों और मुस्तैदी का परिणाम है कि गांव में एक भी कोरोना संक्रमित केस और कोरोना से मृत्यु नहीं हुई है और अब तक कोरोना से ग्राम पंचायत सुरक्षित है.
यह भी पढे़ं. COVID-19 : महामारी से जंग में 1000 डॉक्टर और 25 हजार नर्सिंगकर्मी भर्ती करेगी गहलोत सरकार
उन्होंने बताया कि कोर कमेटी ग्रुप ने पूर्ण समन्वय के साथ सतत निगरानी रखते हुए घर-घर सर्वे करते हुए हल्के खांसी, जुकाम होते ही मेडिकल किट दे कर समय पर उपचार किया. इनमें से 7 प्रारंभिक आईएलआई लक्षणों वाले व्यक्तियों को तत्काल ही मेडिकल किट से उपचार करने से उन्हें संक्रमण से बचाया जा सका. उन्होंने बताया कि बाहर से आने वाले प्रवासियों को भी प्रभावी मॉनिटरिंग कर क्वारेंटीन की पालना करवाई जा रही है. अब तक 28 प्रवासियों को होम क्वॉरेंटीन कर, उनकी प्रभावी मॉनिटरिंग की गई. इनमें से छः लोगों के चौदह दिन पूर्ण हो चुके है. शेष 22 अब भी होम क्वारेंटीन है तथा उनकी सतत एवं प्रभावी मॉनिटरिंग की जा रही है. इसके साथ ही गांव में अधिकतर विवाह आयोजनों को महामारी से बचाव के महत्व को बताते हुए समझाइश कर स्थगित करवाया गया. अनुमति से जो विवाह आयोजन हुए भी उनमें भी गाइडलाइन की पूर्ण पालना करवाई गई.
इस अवधि में होने वाली सामान्य मृत्यु पर भी अंतिम संस्कार में राज्य सरकार की कोविड गाइडलाइन अनुसार ही करवाया गया. किसी भी प्रकार का मृत्यु भोज के आयोजन नही करने हेतु मृतक के परिजनों को समझाईश कर पाबंद किया गया. इसके साथ ही अनुमत दुकानों को भी सम्पूर्ण नियमों का सख्ती से पालना करवाई गई.
यह भी पढे़ं. जहाजपुर क्षेत्र से पूर्व विधायक कल्याण मल मीणा का निधन, राजनीतिक क्षेत्र में शोक की लहर
उन्होंने बताया कि कोरोना से बचाव हेतु कोर कमेटी की लगातार बैठकें की जा कर योजनाबद्ध तरीके से कार्य किया जा रहा है. घर-घर जाकर पर ग्रामीणों को गाइडलाइन की पालना करने, मास्क का अनिवार्य रूप से उपयोग करने, सोशल डिस्टेंस रखने, बार-बार साबुन से हाथ धोने के लिए भी जागरूक किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि ग्राम पंचायत परिक्षेत्र में सार्वजनिक स्थानों को सेनेटाइज करवाया गया. आवश्यकतानुसार मेडिकल किट उपलब्ध करवाये जा रहें है. उन्होंने बताया कि सभी ग्रामवासियों के सहयोग और निरन्तर किये जा रहे प्रयासों के कारण ही ग्राम पंचायत में कोरोना की एंट्री नही हो सकी है और आगे भी हम सबका यह प्रयास जारी रहेगा.