डूंगरपुर. प्रदेश कांग्रेस सेवादल की ओर से निकाली गई किसान संघर्ष यात्रा रविवार रात डूंगरपुर पंहुची. यात्रा के माध्यम से कांग्रेस सेवादल ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कृषि कानून को किसान विरोधी बताया.
कांग्रेस सेवादल की किसान संघर्ष यात्रा रविवार रात को बांसवाड़ा से होते हुए डूंगरपुर पंहुची. डूंगरपूर सर्किट हाउस पहुंचने पर बिछीवाड़ा प्रधान देवराम रोत और सेवादल जिलाध्यक्ष बच्चुलाल खराड़ी सहित कार्यकर्ताओं ने यात्रा का स्वागत किया.
इस दौरान कार्यकर्ताओं ने कृषि कानून के विरोध में नारे भी लगाए और जमकर प्रदर्शन किया गया. इसके बाद सर्किट हाउस में किसान कांग्रेस सेवादल के प्रदेश अध्यक्ष हेम सिंह शेखावत और एआईसीसी महासचिव लालजी मिश्रा ने कार्यकर्ताओं को संबोधित किया. अपने संबोधन में दोनों वक्ताओं ने कृषि कानून को किसानों के लिए काला कानून बताते हुए इसके विरोध में प्रचार करने का आव्हान किया.
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हेम सिंह शेखावत ने कहा कि 28 दिसंबर से शुरू हुई किसान संघर्ष यात्रा किसान आंदोलन का समर्थन करते हुए अब तक प्रदेश के 16 जिलों में जा चुकी है. वहीं 11 जनवरी से सभी 33 जिलों में पहुंचकर किसानों को कृषि कानून की कमियां गिनाते हुए उन्हें जागरूक करेगी.
शेखावत ने कहा कि कृषि कानून किसानों के लिए काला कानून साबित होगा और इससे आने वाले समय में किसान बर्बाद हो जाएंगे. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार कृषि कानून के जरिए पूंजीपतियों को फायदा पंहुचाना चाहती है. इसलिए कृषि कानून वापस नहीं लेने तक सेवादल अपना आंदोलन और विरोध प्रदर्शन जारी रखेगा.