डूंगरपुर. एसीबी उदयपुर की टीम ने रामसागड़ा थाने के हेड कांस्टेबल रमेशचंद्र यादव को 3 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया है. हेड कांस्टेबल ने ये रिश्वत की राशि डूंगरपुर में तहसील चौराहा के पास एक मिठाई की दुकान पर बुलाकर ली. उसने यह रिश्वत जमीन विवाद के मामले में पक्ष में कार्रवाई करने की एवज में ली.
उदयपुर एसीबी के सीआई सोनू शेखावत ने बताया कि रामसागड़ा थाना क्षेत्र के माडा निवासी आशीष यादव की ओर से रिपोर्ट दर्ज करवाई गई थी. आशीष ने बताया कि वह उदयपुर में काम करता है. माडा गांव में उसकी पैतृक घर और जमीन है. पास में ही उसके ताऊजी मगनलाल यादव, उनका बेटा अंबालाल यादव और जयंतीलाल यादव रहते हैं. मगनलाल ने उसके हक की जमीन पर कब्जा करने के लिए पत्थर डालकर अतिक्रमण कर लिया है. इसे लेकर आशीष ने 30 जुलाई को रामसागड़ा थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई.
जिस पर मगनलाल यादव की ओर से भी क्रॉस केस दर्ज करवाया गया. दोनों ही मामले की जांच थाने के हेड कांस्टेबल रमेशचंद्र यादव को सौंपी गई. हेड कांस्टेबल रमेशचंद्र ने पक्ष में कार्रवाई करने की एवज में 20 हजार रुपए की रिश्वत मांगी. इस पर आशीष ने इतने रुपए नहीं होने की बात कहते हुए मना कर दिया. इस पर हेड कांस्टेबल 10 हजार रुपए पर आ गया. लेकिन आशीष ने इतने रुपए भी देने से मना किया. जिस पर 4 हजार रुपए में सौदा तय हो गया. इसे लेकर आशीष ने एसीबी उदयपुर को शिकायत की. जिस पर एसीबी की टीम ने मामले का सत्यापन करवाया.
वहीं रविवार शाम को हजार रुपए की रिश्वत हेड कांस्टेबल रमेशचंद्र यादव के क्वार्टर पर जाकर दे दी. जबकि बचे 3 हजार रुपए लेकर सोमवार को तहसील चौराहा के पास एक मिठाई की दुकान पर बुलाया गया. आशीष ने मिठाई की दुकान पर जाकर हेड कांस्टेबल को रिश्वत के 3 हजार रुपए दे दिए. इशारा मिलते ही एसीबी की टीम पहुंच गई. हेड कांस्टेबल को दबोच लिया और उसकी जेब से रिश्वत में लिए गए 3 हजार रुपए भी बरामद कर लिए. एसीबी की टीम आरोपी हेड कांस्टेबल को पकड़कर पास के ही सिटी एईएन ऑफिस लेकर पहुंची.