डूंगरपुर. जिले भर के शिक्षाकर्मी और पैराटीचर्स सोमवार को जिला कलेक्ट्रेट के सामने एकत्रित हुए और धरना-प्रदर्शन पर बैठ गए. शिक्षाकर्मी पैराटीचर्स ने राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी के साथ प्रदर्शन किया और सरकार पर अपनी मांगों को पूरा नहीं करने का आरोप लगाया.
धरने को संबोधित करते हुए शिक्षाकर्मी कांतिलाल ने कहा, साल 1984 से शिक्षाकर्मी और साल 1999 से पैराटीचर्स राजीव गांधी पाठशालाओं में नियुक्त हैं. वे स्कूलों में एक शिक्षक की तरह बच्चों का शैक्षणिक कार्य करवा रहे हैं. प्रदेश भर के पैराटीचर्स नियमित करने और मानदेय बढ़ाने की मांग लंबे समय से करते आ रहे हैं. इसके बाद जो सरकार आई उसने सत्ता हासिल करने के लिए शिक्षाकर्मी, पैराटीचर्स से नियमित करने के वादे किए. लेकिन सत्ता में आने के बाद सरकारों ने ध्यान नहीं दिया और शिक्षाकर्मी पैराटीचर्स आज भी नियमित होने का इंतजार कर रहे हैं.
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शिक्षाकर्मी, पैराटीचर्स ने कहा, स्कूलों में पढ़ाई करवाते 22 साल का समय गुजर गया है. वहीं किसी अन्य नौकरी के लिए उम्र पार हो गई है. सरकार की ओर से नाममात्र का मानदेय दिया जा रहा है, जिससे घर चलाना सम्भव नहीं है. शिक्षाकर्मी और पैराटीचर्स ने कहा, जब तक सरकार उनकी मांगों को पूरा नहीं करती है, तब तक कलेक्ट्री के सामने क्रमिक धरना-प्रदर्शन किया जाएगा.