डूंगरपुर. जयपुर व अजमेर एसीबी की संयुक्त टीम ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए जिले के कोतवाली थाना सीआई, धम्बोला थाना सीआई और कोतवाली थाने के रीडर व आसूचना अधिकारी को शराब ठेकेदार से 3 लाख 30 हजार की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया (Dungarpur policemen arrested in bribe case) है. इससे पहले लिए 5 लाख रुपए कोतवाली थाने के रीडर की अलमारी से जब्त किए गए हैं. आरोपियों ने ये घूस शराब ठेकेदारों को दो मुकदमों के सेटेलमेंट व शराब के ठेकों की बंधी की एवज में ली थी.
जयपुर एसीबी के एएसपी बजरंग सिंह शेखावत ने बताया कि 31 मई को डूंगरपुर के शराब ठेकेदारों ने शिकायत की थी कि डूंगरपुर पुलिस सरकारी शराब के ठेकेदारों से पहले 5 लाख रुपए बंधी ले रही थी. इसके बाद पुलिस अब बंधी को 10 लाख रुपए करने का दबाव बना रही है. बंधी नहीं बढ़ाने पर झूठे मुकदमों में फंसाने की धमकी दे रही है. जब शराब के ठेकेदारों ने बंधी बढ़ाने से मना कर दिया, तो जिले की धम्बोला व कोतवाली थाना पुलिस ने दो ठेकेदारों के नाम शराब तस्करी के दो अलग-अलग मामलों में डाल दिए.
इसके बाद कुछ दिन पहले धम्बोला थाना पुलिस व कोतवाली थाना पुलिस ने दोनों शराब के ठेकेदारों को गिरफ्तार भी कर लिया था. इसके बाद पुलिस शराब ठेकेदारों से मुकदमों के सेटलमेंट के लिए रिश्वत की मांग करने लगी. परिवादी से शिकायत मिलने के बाद एसीबी की टीम ने शिकायत की पुष्टि की. इस दौरान 5 लाख रुपए कोतवाली थाने के सीआई दिलीपदान ने ले लिए थे. इसके बाद और राशि की डिमांड कर रहे थे. इस पर एसीबी की टीम ने जाल बिछाया.
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इसी के तहत डूंगरपुर शहर में शराब ठेकेदार की एक होटल से कोतवाली थाने के रीडर भोपाल सिंह व आसूचना अधिकारी जगदीश विश्नोई को 3 लाख 30 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया. पूछताछ में दोनों ने धम्बोला सीआई भैयालाल आंजना व कोतवाली थाने के सीआई दिलीपदान के लिए रिश्वत लेने बताया. वहीं इसके बाद एसीबी ने दोनों आरोपियों से दोनों सीआई से फोन पर बात करवाकर राशि मिलने का वेरिफेकेशन करवाया. पुष्टि के बाद एसीबी की टीम ने दिलीप दान व भैयालाल आंजना को भी गिरफ्तार किया. एसीबी ने भोपाल सिंह की अलमारी से पूर्व में लिए हुए 5 लाख रुपए की राशि भी बरामद कर ली. एएसपी ने बताया कि मामले में डूंगरपुर एसपी सुधीर जोशी की भूमिका भी संदिग्ध है, जिसकी भी जांच की जा रही है. पकड़े गए आरोपियों के घरों में भी एसीबी सर्च ऑपरेशन कर रही है.