ETV Bharat / state

डूंगरपुर कोरोना मुक्त, पांचों लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव

डूंगरपुर वासियों के लिए राहत भरी खबर है. जिला अब कोरोना मुक्त हो चुका है. शहर में मिले पांचों कोरोना पॉजिटिव मरीजों की तीसरी रिपोर्ट आने के साथ ही जिला कोरोना मुक्त हो गया है.

डूंगरपुर न्यूज, dungarpur news
स्वस्थ होकर पांचों कोरोना पॉजिटिव मरीजों को फूल देकर किया विदा
author img

By

Published : Apr 22, 2020, 8:06 PM IST

डूंगरपुर. जिला अब कोरोना से पूरी तरह से मुक्त हो चुका है. कोरोना पॉजिटिव पांचों मरीजों की तीसरी रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद बुधवार दोपहर को उन्हें छुट्टी दे दी गई. घर जाने से पहले डॉक्टरों ने पांचों मरीजो को फूल देकर उनके हौसले को सलाम किया तो डॉक्टरों के इस रूप को देखकर मरीज भी भावुक हो गए.

स्वस्थ होकर पांचों कोरोना पॉजिटिव मरीजों को फूल देकर किया विदा

डॉक्टरों के इलाज की वजह से आज वे ठीक होकर फिर से घर जा रहे हैं. साथ ही उन्होंने डॉक्टरों की ओर से दी गई हिदायतों का पूरा पालन करने का भरोसा दिलाया.

डूंगरपुर मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉ. शलभ शर्मा ने बताया कि जिले के पांचों कोरोना पॉजिटिव मरीज पिछले दिनों लगातार दो नेगेटिव रिपोर्ट आने के बाद उदयपुर से डिस्चार्ज होकर डूंगरपुर कोविड-19 अस्पताल में शिफ्ट किया गया था.

पढ़ेंः कोचिंग छात्रों को लेने कोटा पहुंची MP की 143 बसें, आज होगी घर वापसी

इसके बाद से कोरोना नेगेटिव वार्ड के प्रभारी डॉ. प्रशांत हिसालकर के नेतृत्व में उनका इलाज ओर देखभाल की जा रही थी. इस दौरान डॉक्टर से लेकर नर्सिंगकर्मी ओर समस्त स्टाफ के प्रयासों से पांचों मरीज की तीसरी जांच रिपोर्ट भी नेगेटिव आ गई. इसके बाद डूंगरपुर प्रशासन और चिकित्सा विभाग ने राहत की सांस ली.

डॉ. शलभ शर्मा ने बताया कि तीसरी रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद उन्हें डिस्चार्ज का निर्णय लिया गया, जिसके तहत बुधवार दोपहर को पांचों मरीजों को भोजन करवाया गया. इसके बाद उन्हें मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉ शलभ शर्मा, अधीक्षक महेश पुकार, पीएमओ डॉ. कांतिलाल मेघवाल, डॉ प्रशांत हिसालकर, सर्जन डॉ. महेंद्र डामोर, डॉ सीपी रावत ने फूल देकर शुभकामनाएं दी.

पढ़ें: जयपुर: कोटपूतली में सड़क हादसे की सूचना पर नहीं पहुंचे 108 एम्बुलेंसकर्मी, दिखाई संवेदनहीनता

साथ ही तालियां बजाकर उनके हौसले का सम्मान किया और पांचों मरीजों को डिस्चार्ज टिकिट दिए तो पांचों मरीज भावुक हो उठे और डॉक्टरों को भगवान का अवतार बताया. साथ ही डॉक्टरों ने उन्हें अगले 14 दिनों के लिए होम क्वारंटाइन में रहने के लिए हिदायत दी तो मरीजो ने भी इसकी पूरी पालना करने की बात कहीं. इसके बाद मरीजो को 108 एम्बुलेंस से घरों के लिए रवाना कर दिया गया. करीब 20 दिनों बाद घर लौट रहे परिवार के सदस्यों को देखकर घर मे भी खुशी का माहौल है.

पढ़ेंः अलवरः सरकार के दावों की खुली पोल, लोगों को नहीं मिल रहा राशन

बता दें कि 27 मार्च को डूंगरपुर के आसपुर थाना क्षेत्र के पारडा सोलंकी गांव में सबसे पहले कोरोना ने दस्तक दी थी. इंदौर से लौटे पिता और 15 वर्षीय पुत्र कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे. इसके 3 दिन बाद ही उसी परिवार में 68 वर्षीय दादा भी कोरोना की पुष्टि हुई थी, जबकि 6 अप्रैल को इसी परिवार का 11 वर्षीय बालक के अलावा सीमलवाड़ा कस्बे के एक तबलीगी जमात के युवक में भी कोरोना पॉजिटिव की रिपोर्ट आई थी. अब पांचों मरीज पूरी तरह से स्वस्थ है और उन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है.

डूंगरपुर. जिला अब कोरोना से पूरी तरह से मुक्त हो चुका है. कोरोना पॉजिटिव पांचों मरीजों की तीसरी रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद बुधवार दोपहर को उन्हें छुट्टी दे दी गई. घर जाने से पहले डॉक्टरों ने पांचों मरीजो को फूल देकर उनके हौसले को सलाम किया तो डॉक्टरों के इस रूप को देखकर मरीज भी भावुक हो गए.

स्वस्थ होकर पांचों कोरोना पॉजिटिव मरीजों को फूल देकर किया विदा

डॉक्टरों के इलाज की वजह से आज वे ठीक होकर फिर से घर जा रहे हैं. साथ ही उन्होंने डॉक्टरों की ओर से दी गई हिदायतों का पूरा पालन करने का भरोसा दिलाया.

डूंगरपुर मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉ. शलभ शर्मा ने बताया कि जिले के पांचों कोरोना पॉजिटिव मरीज पिछले दिनों लगातार दो नेगेटिव रिपोर्ट आने के बाद उदयपुर से डिस्चार्ज होकर डूंगरपुर कोविड-19 अस्पताल में शिफ्ट किया गया था.

पढ़ेंः कोचिंग छात्रों को लेने कोटा पहुंची MP की 143 बसें, आज होगी घर वापसी

इसके बाद से कोरोना नेगेटिव वार्ड के प्रभारी डॉ. प्रशांत हिसालकर के नेतृत्व में उनका इलाज ओर देखभाल की जा रही थी. इस दौरान डॉक्टर से लेकर नर्सिंगकर्मी ओर समस्त स्टाफ के प्रयासों से पांचों मरीज की तीसरी जांच रिपोर्ट भी नेगेटिव आ गई. इसके बाद डूंगरपुर प्रशासन और चिकित्सा विभाग ने राहत की सांस ली.

डॉ. शलभ शर्मा ने बताया कि तीसरी रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद उन्हें डिस्चार्ज का निर्णय लिया गया, जिसके तहत बुधवार दोपहर को पांचों मरीजों को भोजन करवाया गया. इसके बाद उन्हें मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉ शलभ शर्मा, अधीक्षक महेश पुकार, पीएमओ डॉ. कांतिलाल मेघवाल, डॉ प्रशांत हिसालकर, सर्जन डॉ. महेंद्र डामोर, डॉ सीपी रावत ने फूल देकर शुभकामनाएं दी.

पढ़ें: जयपुर: कोटपूतली में सड़क हादसे की सूचना पर नहीं पहुंचे 108 एम्बुलेंसकर्मी, दिखाई संवेदनहीनता

साथ ही तालियां बजाकर उनके हौसले का सम्मान किया और पांचों मरीजों को डिस्चार्ज टिकिट दिए तो पांचों मरीज भावुक हो उठे और डॉक्टरों को भगवान का अवतार बताया. साथ ही डॉक्टरों ने उन्हें अगले 14 दिनों के लिए होम क्वारंटाइन में रहने के लिए हिदायत दी तो मरीजो ने भी इसकी पूरी पालना करने की बात कहीं. इसके बाद मरीजो को 108 एम्बुलेंस से घरों के लिए रवाना कर दिया गया. करीब 20 दिनों बाद घर लौट रहे परिवार के सदस्यों को देखकर घर मे भी खुशी का माहौल है.

पढ़ेंः अलवरः सरकार के दावों की खुली पोल, लोगों को नहीं मिल रहा राशन

बता दें कि 27 मार्च को डूंगरपुर के आसपुर थाना क्षेत्र के पारडा सोलंकी गांव में सबसे पहले कोरोना ने दस्तक दी थी. इंदौर से लौटे पिता और 15 वर्षीय पुत्र कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे. इसके 3 दिन बाद ही उसी परिवार में 68 वर्षीय दादा भी कोरोना की पुष्टि हुई थी, जबकि 6 अप्रैल को इसी परिवार का 11 वर्षीय बालक के अलावा सीमलवाड़ा कस्बे के एक तबलीगी जमात के युवक में भी कोरोना पॉजिटिव की रिपोर्ट आई थी. अब पांचों मरीज पूरी तरह से स्वस्थ है और उन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.