डूंगरपुर. वागड़ के विकास की रेल लाइन का काम ठप पड़ा है. उदयपुर से अहमदाबाद वाया डूंगरपुर रेल लाइन आमान परिवर्तन के पांच साल बाद भी अब तक यह कार्य अधूरा है. हालांकि, डूंगरपुर से अहमदाबाद तक का कार्य काफी हद तक पूरा हो चुका है और अगले दो महीनों में इस रेल लाइन पर रेल दौड़ाने की तैयारी चल रही है. वहीं, डूंगरपुर से उदयपुर रेल लाइन के काम को पूरा होने में अभी और वक्त लगेगा. इसके अलावा डूंगरपुर से बांसवाड़ा और रतलाम रेल लाइन का काम पिछले पांच सालों से बिल्कुल ठप हो चुका है. इन तमाम मुद्दों को लेकर ईटीवी भारत ने डूंगरपुर-बांसवाड़ा सांसद कनकमल कटारा से खास बातचीत की तो उन्होंने सरकार की ओर से किए जा रहे प्रयासों के बारे में जानकारी साझा की.
सांसद कनकमल कटारा ने ईटीवी भारत से बातचीत में कहा कि वागड़ के विकास को लेकर केंद्र सरकार हर संभव प्रयास कर रही है. इसी कड़ी में उदयपुर से अहमदाबाद वाया डूंगरपुर रेल लाइन आमान परियोजना के 290 किलोमीटर के काम में से डूंगरपुर से अहमदाबाद का काम लगभग पूरा हो चुका है. इस ट्रैक पर केवल कुछ प्रतिशत काम ही बाकी है, जिसे भी अगले दो महीनों में पूरा कर लिया जाएगा. दो महीने बाद नवरात्रि या दिवाली तक इस रेल लाइन को शुरू करने की योजना है. इसके बाद डूंगरपुर से अहमदाबाद रेल लाइन का उदघाट्न रेल मंत्री से करवाने की भी तैयारी की जा रही है.
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डूंगरपुर से उदयपुर के बीच आमान परियोजना कार्य धीमी गति से चलने के सवाल का जवाब देते हुए सांसद कनकमल कटारा ने कहा कि इस ट्रैक पर जावर माइंस एरिया में सुरंग के कार्य में देरी हो रही है. लेकिन इसे भी जल्द पूरा करने के लिए रेलवे अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि जिले की जनता को इस रेल लाइन से बहुत उम्मीद है. जिले के अधिकतर लोग गुजरात और मुंबई रोजगार या अपने छोटे-मोटे काम के लिए जाते हैं, लेकिन रेल लाइन शुरू होने से उन्हें फायदा मिलेगा.
रतलाम रेल लाइन पर सांसद ने कहा...
सांसद कनकमल कटारा ने रतलाम रेल लाइन पर जवाब देते हुए कहा कि डूंगरपुर से रतलाम रेल लाइन को लेकर भी वे लगातार प्रयासरत हैं, लेकिन इस रेल परियोजना के लिए रेलवे और राज्य सरकार के बीच हुए एमओयू (Memorandum of Understanding) के तहत आधी राशि राज्य सरकार को जमा करवानी थी. मध्य प्रदेश में तो जमीन अधिग्रहण भी हो चुका है, लेकिन राजस्थान में राज्य सरकार ने एमओयू के अनुसार राशि जमा नहीं करवाई है.
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मुख्यमंत्री खजाना खाली होने की बात कह रहे हैं. फिर भी उन्होंने रेलमंत्री से चर्चा करते हुए जनजाति क्षेत्र के विकास के लिए नो प्रॉफिट, नो लॉस के तहत काम को करवाने की मांग की है. सांसद ने कहा कि इसके लिए एक बार फिर से वे रेल मंत्री से मुलाकात करेंगे और उन्हें इस रेल लाइन से जनजाति क्षेत्र के विकास के बारे में समझाएंगे. वहीं डूंगरपुर से अहमदाबाद रेल लाइन के उदघाट्न में आएंगे तब भी उनके सामने यह मांग रखी जाएगी. आपको बता दें कि डूंगरपुर से रतलाम रेल लाइन परियोजना का कार्य यूपीए 2 के कार्यकाल में शुरू हुआ था. यूपीए के तत्कालीन अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने इस रेल परियोजना का उदघाट्न किया था.