डूंगरपुर. रामसागड़ा थाना पुलिस ने 6 बाल श्रमिकों को मुक्त करवाया है, साथ ही बालश्रम करवाने के आरोप में एक मेट को गिरफ्तार किया है. वहीं, परिजनों को बुलाकर उनकी काउंसलिंग कर फिर बच्चों को घर भेजा जाएगा. जिला पुलिस अधीक्षक जय यादव की ओर से जिले में चाइल्ड लेबर के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है. इसी के तहत रामसागड़ा थाना पुलिस ने बालश्रम के खिलाफ कार्रवाई की.
बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष भरत भट्ट ने बताया कि रामसागड़ा बस स्टैंड पर एक व्यक्ति के साथ कुछ बच्चे बैठे थे, जिसकी सूचना रामसागड़ा थाना पुलिस को मिली. इसके बाद पुलिस बस स्टैंड पहुंची और बच्चों के बारे में जानकारी ली तो सामने आया कि मेट 1 बच्ची सहित 6 बच्चों को मजदूरी के लिए गुजरात ले जाने की फिराक में था. इस पर पुलिस ने मेट को गिरफ्तार कर लिया.
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इधर, बाल श्रमिकों को मुक्त करवाते हुए बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया गया. जहां से 5 बालकों को बाल संप्रेषण गृह और एक बालिका को बालिका ग्रह भेजने के आदेश दिए गए. पूछताछ में सामने आया कि 4 बाल श्रमिक स्कूल जाते थे, लेकिन लॉकडाउन की वजह से स्कूल बंद हैं. इसी वजह से बच्चे मजदूरी करने गुजरात जा रहे थे. बाल कल्याण समिति ने बाल श्रमिकों के अभिभावकों को बुलाया है और उनसे काउंसलिंग कर बच्चों को उन्हें सुपुर्द किया जाएगा.