डूंगरपुर. राजस्थान के दक्षिणांचल में कुछ दिन पहले रात में अंधेरे का साम्राज्य था. रोशनी के लिए लोग चिमनी या लालटेन का उपयोग करते थे. परंतु अब ऐसा नहीं है. सरकार के पंडित दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना के तहत जिले के 1 लाख 22 हजार 300 परिवारों में से 1लाख 19 हजार 246 बीपीएल परिवारों को नि:शुल्क बिजली का कनेक्शन देते हुए रोशनी की सौगात दी गई है, जो कि लक्ष्य का 28 फीसदी है.
बिजली विभाग के अधिकारियों का दावा है कि बचे हुए 2 प्रतिशत 3 हजार 84 घरों को दिवाली से पहले बिजली से रोशन कर दिया जाएगा. कभी रात को अंधेरे में गिरने वाले जिले के गांवों में अब अंधेरे का साम्राज्य जा चुका है. इन गांवों में रात को चिमनी नहीं जलती बल्कि बिजली का लड्डू जलता है. यहां लगे बिजली के खंभे इन परिवारों तक रोशनी पहुंचाते हैं. रात को भी महिलाएं बिना चिमनी जलाए ही रोशनी में खाना बनाती हैं.
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इन परिवारों ने पंखा भी खरीद लिया है, तो कई परिवारों ने टीवी भी खरीद लिए है. रोशनी के अभाव में पढ़ाई नहीं कर सकने वाले बच्चे बिजली के सहारे अब रात में अपनी पढ़ाई भी पूरी कर पा रहे हैं. सरकार की इस सौगात के प्रति ग्रामीण लोग बहुत ही खुश नजर आ रहे हैं. इन ग्रामीणों के चेहरों पर मुस्कान दिखाई दे रही है. वहीं दिवाली तक जिले के सभी घर रोशनी से पहले जगमगाने लगेंगे तो मानो उन परिवारों में खुशियां दोगुनी हो जाएगी.