डूंगरपुर. कारोना संक्रमण बचाव को लेकर जिला कलेक्टर सुरेश कुमार ओला लगातार 8वें दिन कोविड अस्पताल पहुंचे और वहां की व्यवस्थाओं को जायजा लेते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए. कलेक्टर के निरीक्षण के दौरान कोरोना जांच के लिए जिला कोविड अस्पताल के रजिस्ट्रेशन काउंटर पर लोगों की भीड़ लगी हुई थी. लोग आसपास भीड़भाड़ में खड़े हुए थे. इस पर कलेक्टर ने नाराजगी जताते हुए लोगों को फटकार लगाई और सोशल डिस्टेंसिंग में गोले में खड़े रहने के निर्देश दिए.
कलेक्टर ओला ने कोविड वार्डों में भर्ती मरीजों से मिले और उनसे उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली. कलेक्टर ओला ने वार्ड वाईज रजिस्टर बनाकर कोविड में भर्ती मरीजों को दी जाने वाली दवाई और उनका बेड नम्बर, नाम अंकित करने को कहा. उन्होंने बताया कि इससे ड्यूटी बदलने पर आने वाले डॉक्टर और नर्सिगकर्मी को पूरी जानकारी मिल सके, ताकि आगे उस मरीज को दी जाने वाली दवाई के बारे में जानकारी मिल जाएं. उन्होंने मौके पर ही आक्सीजन लेवल की जांच करवाई.
जिला कलेक्टर ओला ने सिविल डिफेन्स में लगे कार्मिकों की ड्यूटी फलोर में लगाने और मरीज के परिजनो को संक्रमित वार्ड में आने से रोका जाने के निर्देश दिए. कलेक्टर ओला ने सफाई कार्मिकों के बारे में जानकारी ली. उन्होंने सफाई कार्मिकों द्वारा कार्य के प्रति लापरवाही करने वाले कार्मिकों को हटाने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि अस्पताल में सफाई अच्छी होनी चाहिए, ताकि कोई भी व्यक्ति संक्रमण का शिकार नहीं हो.
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कलेक्टर ने एक हॉल में 4 कचरा पात्र लगाने एवं दो अतिरिक्त रखने के निर्देश दिए. साथ ही उन्होंने कहा कि ट्रॉली लाई जाए, जो वार्ड में घूमे, उस पर कचरा पात्र रखा हो तो उसमे कचरा डाला जा सकें, जिससे सफाई रहेगी. उन्होंने एक हॉल में पांच सफाईकर्मी नियुक्त करने के निर्देश दिए, जिससे अस्पताल में सफाई रहेगी तो संक्रमण से भी बचाव होगा. कलेक्टर सुरेश कुमार ओला ने कहा कि कोविड अस्पताल में मेडिकल कालेज के प्राचार्य डॉ. श्रीकांत असावा एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. भगवतीलाल भट्ट से डाक्टरों और नर्सिगकर्मियों का ड्रेस कोड तय करने के भी निर्देश दिए.