डूंगरपुर. राजीव गांधी जल संचय योजना की समीक्षा बैठक गुरुवार को जिला कलेक्टर सुरेश कुमार ओला की अध्यक्षता में जिला कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित की गई. बैठक में अधूरे कार्यों को जल्द पूरा करवाने के निर्देश दिए. बैठक में जिला कलेक्टर सुरेश कुमार ओला ने वन विभाग के एसीएफ प्रशान्त गर्ग से कार्यों के बारे में जानकारी ली. इस पर प्रशान्त गर्ग ने बताया कि वन विभाग के तहत 16 कार्य है, उसका पूर्णता प्रमाण-पत्र अपलोड नहीं हो पाया है. इस पर जिला कलेक्टर ओला ने अविलम्ब कार्य पूर्ण कर उपयोगिता एवं पूर्णता प्रमाण-पत्र के संधारण करने के निर्देश दिए हैं.
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उन्होंने जलदाय विभाग के सहायक अभियंता सुधीर त्रिवेदी से कार्यों के बारें में जानकारी ली. इस पर त्रिवेदी ने बताया कि एक पखवाडे़ में कार्यों पूरा करने की बात कही. बैठक में जिला कलेक्टर ओला ने विभागीय कार्यों की वित्तीय स्वीकृति 31 मार्च से पहले जारी करने के निर्देश दिए हैं एवं कार्यों को शुरू करवाने को लेकर मॉनिटरिंग करते हुए निष्पादन करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने विभागों द्वारा किए गए सभी कार्यों का निष्पादन कर संधारण करते हुए प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं.
बैठक में मुख्य कार्यकारी अधिकारी अंजली राजोरिया ने वाटर शेड, वन विभाग, जल संसाधन, कृषि विभाग, उद्यानिकी विभाग, जलदाय विभाग एवं ग्रामीण विकास पंचायती राज विभाग से राजीव गांधी जल संचय योजना के बारे में जानकारी ली. इस पर जलग्रहण विभाग के अधीक्षण अभियंता गणेशलाल रोत ने बताया कि राजीव गांधी जल संचय योजना में 10 हजार 83 कार्य है, उनमे से 3 हजार 500 की वित्तीय स्वीकृति जारी हो चुकी है. इसमें से 1 हजार 828 कार्य शुरू कर दिए गए हैं, जिसमें से 897 कार्य पूरे हो गए हैं.
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बैठक में जल संसाधन विभाग के अधीक्षण अभियंता केएल कलासुआ, अधिशाषी अभियंता सागवाड़ा दिनेश कुमार जैन, मांगीलाल मेघवाल डूंगरपूर, सहायक अभियंता रवि कटारा, सहायक कृषि अधिकारी सोहन लाल मीणा एवं वाटर शेड के सहायक अभियंता वीरेन्द्र कुमार जैन मौजूद रहे.