डूंगरपुर. जिले में कोरोना संक्रमण के आए दिन लगातार मामले बढ़ते ही जा रहे है. ऐसे में वहीं एक ओर कोरोना सैम्पल के लिए भी लंबी-लंबी लाइनें लग रही है, और इन्हीं लाइनों में कोरोना पॉजिटिव मरीज, उनके परिजन और एक सामान्य व्यक्ति भी सैंपलिंग करवाने के लिए खड़ा है. ऐसे हालातों को देखते हुए कलेक्टर ने सख्त नाराजगी जताते हुए लोगों से बेवजह सैंपलिंग के लिए भीड़ में नहीं खड़े रहने की हिदायत दी है.
कलेक्टर सुरेश कुमार ओला ने बढ़ते कोरोना संक्रमण और इसके हालातों को लेकर मोनिटरिंग कर रहे है. वहीं होली के बाद से बढ़ रहे कोरोना खतरे को देखते हुए कलेक्टर रोजाना जिला कोविड अस्पताल का निरीक्षण कर रहे है. इसके साथ ही कोविड अस्पताल में कोरोना सैंपलिंग के लिए लग रही लोगों की लंबी भीड़ पर नाराजगी जताई है. इसके साथ ही कलेक्टर ने कहा कि कोरोना सैंपल के लिए वहीं व्यक्ति आए जिनमें कोरोना से जुड़े कुछ भी लक्षण है.
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ऐसे लोग बिल्कुल भी लाइन में नहीं लगे या भीड़ का हिस्सा नहीं बने जिनमें किसी भी तरह के कोई लक्षण नहीं है. वहीं कलेक्टर ने यह भी कहा कि जिले में रोजाना 1700 से 2000 सैंपल कलेक्शन किया जा रहा है, जिससे सैंपलिंग जांच का लोड भी बढ़ गया है. साथ ही उन्होंने कहा कि कोरोना पॉजिटिव मरीज के परिजन तब तक जांच के लिए नहीं आए जब तक कि कोई उनके अंदर लक्षण या डॉक्टर टीम उन्हें सलाह नहीं दे.
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इसके अलावा उन्होंने कहा कि पॉजिटिव मरीज के परिजनों को अपने घर में ही होम आइसोलेट होंगे और डॉक्टरों की उनके घरों पर ही चिकित्सा सलाह और दवाइयां भी देगी. इसके अलावा कोरोना पॉजिटिव मरीज भी 10 दिन बाद ही फिर भी सैंपल करवाने आएंगे. वहीं पॉजिटिव मरीज भी बेवजह भीड़ में खड़े नहीं रहेंगे. बता दें कि कलेक्टर के निर्देशों के बाद कोविड अस्पताल में टोकन सिस्टम से सैंपलिंग की जा रही है.