डूंगरपुर. कोरोना वायरस के डर से डूंगरपुर में बुधवार को कोर्ट और जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय के मेन गेट पर पुलिस का पहरा लगा दिया गया है. पूछताछ के बाद सिर्फ 2 लोगों को ही जरूरी काम होने पर अंदर जाने की अनुमति दी गई. जिला कलेक्टर ने चिकित्सा विभाग के साथ अन्य विभागीय अधिकारियों की बैठक लेते हुए कोरोना को लेकर सुरक्षा इंतजाम की समीक्षा की. बैठक में कलेक्टर ने कोरोना से बचाव के लिए हैंड सेनेटाइजर की कालाबाजारी पर रोक के लिए कार्रवाई के निर्देश दिए हैं.
कोरोना वायरस को लेकर सरकार से लेकर प्रशासन, चिकित्सा विभाग पूरी सतर्कता बरत रहे हैं, ताकि ये ज्यादा न फैले. लोगों को एक साथ कहीं भी जमा नहीं होने की अपील की जा रही है. इसी को ध्यान में रखते हुए कलेक्ट्रेट और कोर्ट के मेन गेट को बंद करते हुए पुलिस का पहरा लगा दिया है. पुलिसकर्मियों को गेट पर तैनात किया गया है जो कोर्ट और कलेक्ट्री में आने-जाने वाले लोगों से उनके काम के बारे में पूछताछ के बाद 2 लोगों को अंदर जाने की इजाजत दी जा रही है, ताकि लोगों की भीड़ जमा नहीं हो. जिले के अन्य सरकारी विभागों में भी इसी तरह के इंतजाम किए हैं. कोर्ट और कलेक्ट्रेट परिसर में केमिकल से छिड़काव किया गया है.
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दूसरी ओर जिला कलेक्टर कानाराम ने चिकित्सा विभाग और जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक लेते हुए कोरोना वायरस को लेकर अब तक किये गए इंतजामो की समीक्षा की गई. एडीएम कृष्णपाल सिंह, मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल डॉ. शलभ शर्मा, सीईओ दीपेंद्रसिंह, सीएमएचओ डॉ. महेंद्र परमार, पीएमओ डॉ. कांतिलाल मेघवाल सहित कई अधिकारी मौजूद रहे. कलेक्टर ने एक साथ लोगों की भीड़ के एकत्रित नहीं होने के निर्देश दिए हैं. साथ ही मंदिर, पर्यटक स्थलों, पार्क, बस स्टैंड और अन्य सार्वजनिक स्थलों पर भी सावधानियां बरतने के निर्देश दिए हैं. नरेगा कार्यस्थल पर भी विशेष सुरक्षा के इंतजाम करने को लेकर सीईओ को पाबंद किया गया है.
कलेक्टर ने कोरोना को लेकर हैंड सेनेटाइजर और मास्क की कालाबाजारी की शिकायत पर रसद अधिकारी और चिकित्सा विभाग को जांच के निर्देश दिए हैं. कलेक्टर ने लोगों से घबराने की जगह सावधानी बरतने की भी अपील की है.