डूंगरपुर. धम्बोला थाना क्षेत्र के उपला रास्ता गांव में गुरुवार को एक नाबालिग का बाल विवाह होने वाला था. शिकायत पर पहुंचे सीमलवाडा तहसीलदार व धम्बोला थाना पुलिस ने बाल विवाह रुकवा दी और बारात को बैरंग लौटाई. पुलिस ने वर-वधु पक्ष को बालिग होने तक विवाह के लिए पाबंद किया है. सीमलवाड़ा तहसील के नायब तहसीलदार शिवराम बुनकर ने बताया कि धंबोला पुलिस थाना क्षेत्र के उपला रास्ता में एक नाबालिग लड़की के आज गुरुवार को बाल विवाह होने की सूचना मिली थी.
बाल विवाह की सूचना पर सीमलवाड़ा तहसीलदार विवेक गरासिया, नायब तहसीलदार शिवराम बुनकर, धम्बोला थाने के एएसआई कैलाश मीणा, गिरदावर दिनेश परमार, पटवारी भीखालाल डामोर सहित मौके पर पहुंचे. उपला रास्ता गांव में नाबालिग के घर पर शादी समारोह की तैयारी चल रही थी. वहीं, भंडारा गांव से दूल्हा अपनी बारात लेकर दुल्हन के घर पहुंच गया था. मौके पर पहुंची टीम ने लड़की के पिता से दुल्हन के दस्तावेज मंगवाए.
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जिस पर टीम ने दस्तावेजों की जांच की दुल्हन की जन्म प्रमाण पत्र की जांच करने पर 15 साल की होना पाई गई, जिसकी जन्म तारीख 20 जून 2008 है. दस्तावेज जांच में लड़की की उम्र कम पाई जाने पर पुलिस-प्रशासन ने बाल विवाह को रुकवा दिया. वहीं, भंडारा गांव से आई बरात को पुलिस व प्रशासन की टीम ने बैरंग लौटा दिया. सीमलवाड़ा तहसीलदार विवेक गरासिया ने नाबालिग दुल्हन के पिता एवं दूल्हा के पिता को बालिग नहीं होने तक शादी नहीं कराने के लिए पाबंद कराया है.