डूंगरपुर. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री महेंद्रजीत सिंह मालवीया के बीटीपी विधायकों पर 5-5 करोड़ रुपए लेकर समर्थन देने के आरोपों के बाद वागड़ की राजनीति गरमा गई है. कांग्रेस नेता के बयान के बाद अब बीटीपी विधायक ने कांग्रेस पर निशाना साधा है. बीटीपी विधायक ने कहा कि वे बीटीपी पर आरोप लगाकर खुद की पार्टी को भ्रष्ट बताने का प्रयास कर रहे हैं.
डूंगरपुर जिले के चौरासी विधानसभा से बीटीपी विधायक राजकुमार रोत ने बयान जारी करते हुए कहा कि डूंगरपुर-बांसवाड़ा में कांग्रेस हो या भाजपा उनके नेता बीटीपी पर आरोप लगा रहे हैं. उन्होंने कहा कि पहले कांग्रेस के एक पूर्व प्रधान ने 35-35 करोड़ रुपए लेने के आरोप लगाए थे. अब कांग्रेस के ही बागीदौरा से विधायक और पूर्व मंत्री महेंद्रजीत सिंह मालवीया 5-5 करोड़ रुपए लेने के आरोप लगा रहे हैं.
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विधायक रोत ने कहा कि कांग्रेस के नेता यह आरोप बीटीपी पर नहीं खुद पर लगा रहे हैं, जिनका इस क्षेत्र में कोई वजूद नहीं है. कांग्रेस के नेता यह आरोप लगाकर उनकी खुद की पार्टी को भ्रष्ट बता रहे हैं, जबकि बीटीपी ने अपने मांग पत्र के समर्थन में सरकार को समर्थन दिया है. उन्होंने कहा कि डूंगरपुर-बांसवाड़ा में बीटीपी के बढ़ते जनाधार को देखते हुए कांग्रेस के नेता बौखला गए हैं और वे कोई भी आरोप लगा रहे हैं.
राजकुमार रोत ने कांकरी-डूंगरी हिंसा को लेकर कांग्रेस और बीजेपी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि दोनों ही पार्टियों ने इस मामले को सरकार तक नहीं पंहुचाया, जिस कारण इतनी बड़ी घटना हुई. इस घटना में 2 आदिवासी युवाओं की मौत हो गई. इसके बाद कई बेरोजगार नौजवानों के खिलाफ मुकदमे दायर किए गए हैं, जबकि वे कभी कांकरी-डूंगरी पर ही नहीं गए थे.
बता दें कि बागीदौरा से कांग्रेस विधायक और पूर्व मंत्री महेन्द्रजीत सिंह मालवीया ने बीटीपी विधायकों पर सरकार को समर्थन के एवज में 5-5 करोड़ रुपए लेने के आरोप लगाए थे. इसके बाद से ही वागड़ की राजनीति गरमा गई है.