डूंगरपुर. स्वतन्त्रता की 75वीं वर्षगांठ पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से शुक्रवार को भारत का अमृत महोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इसके तहत लोगों को विधिक सेवा के प्रति जागरूक किया जाएगा. राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जयपुर के निर्देशानुसार जिला एवं सेशन न्यायाधीश और अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण भंवरलाल बुगालिया के निर्देशन में भारत का अमृत महोत्सव का शुभारम्भ किया गया.
जिले के तहसील सीमलवाड़ा, बिछीवाड़ा और चिखली (अम्बाड़ा व सोहनतलाई) में विधिक साक्षरता शिविरों का आयोजन कर किया गया. जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव अमित सहलोत ने बताया कि भारत का अमृत महोत्सव कार्यक्रम का आयोजन जिले की आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र में किया जा रहा है और यहां के लोगों को विधिक जागरूकता के साथ ही कानूनी जानकारी दी जाएगी.
उन्होंने बताया कि सीमलवाड़ा में पैनल अधिवक्ता बालगोविन्द पाटीदार, श्रवण कुमार रावल, जगत सिंह चुण्डावत, पैरालीगल वॉलियन्टर गौरव पण्ड्या, देवेन पण्ड्या और कन्हैयालाल भगोरा की ओर से शिविर का आयोजन किया गया. इसी तरह तहसील चिखली (अम्बाड़ा व सोहन तलाई) में पैरालीगल वॉलियन्टर लक्ष्मण डामोर की ओर से शिविर का आयोजन कर श्रमिक वर्ग के व्यक्तियों को प्राधिकरण की ओर से चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं के बारें में जानकारी प्रदान की गई.
तहसील बिछीवाड़ा पर स्व. श्रीनानाभाई खांट जनजाति छात्रावास पर न्यायाधिकारी ग्राम न्यायालय, बिछीवाड़ा कुलदीप राव की ओर से शिविर का आयोजन किया गया. शिविर में पैरालीगल वॉलियन्टर अनिल यादव और कर्मचारी कपील गमेती उपस्थित रहे.
भारत का अमृत महोत्सव शुभारंभ कार्यक्रम के दौरान विधिक सेवा से संबंधित विभिन्न योजनाओं जैसे लोक अदालत, मध्यस्थ्ता, निःशुल्क विधिक सहायता, राजस्थान पीडित प्रतिकर स्कीम, 2011 आदि के बारे में जानकारी प्रदान की. शुभारंभ कार्यक्रम के तहत विधिक सहायता की आवश्यकता वाले आदिवासी व्यक्तियों की पहचान कर उन्हें विधिक सहायता और सलाह भी प्रदान की.