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बारिश होते ही भूमिपूत्र जुटें खेतों में, डूंगरपुर में 1 लाख 53 हजार हेक्टेयर भूमि में बुवाई का लक्ष्य

डूंगरपुर में अच्छी बारिश के साथ ही अब किसानों ने खेतों की ओर रूख कर लिया है. वहीं जिले में लक्ष्य के मुकाबले करीब 90 फीसदी बुवाई का कार्य पूरा कर लिया गया है. कृषि विभाग के अनुसार जिले में 1 लाख 53 हजार हेक्टेयर भूमि में बुवाई का लक्ष्य रखा गया है.

किसानों ने की 90 फीसदी बुवाई
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Published : Jul 8, 2019, 5:09 PM IST

डूंगरपुर. प्रदेश में मानसून के आगमन के साथ ही धरती पुत्रों के चेहरे भी खिल गए. प्रदेश के कई हिस्सों में जहां बूंदाबादी का दौर जारी है तो वहीं कई जगह तो किसानों ने बुवाई की प्रक्रिया भी शुरू कर दी. जिले में बारिश के बाद किसानों के चेहरे खिल गए और सभी किसान बुवाई-जुताई में लग गए. पहाड़ी जोत होने के कारण सबसे ज्यादा मक्का की बुवाई की जा रही है.

बता दें कि जिले में लक्ष्य के मुकाबले करीब 90 फीसदी बुवाई का कार्य पूरा कर लिया गया है. जिले में पिछले दिनों मानसून की बारिश के बाद किसान खेतों की ओर रुख कर गए गए. खेतों में झाड़ियों की साफ सफाई का काम पहले ही पूरा कर लिया गया है और इन दिनों किसान हल जोतकर बुवाई में लगे हुए हैं.

किसानों ने की 90 फीसदी बुवाई

कृषि विभाग के अनुसार जिले में 1 लाख 53 हजार हेक्टेयर भूमि में बुवाई का लक्ष्य रखा गया है, जिसमें से अभी तक करीब 90 फीसदी तक बुवाई का कार्य भी पूरा हो चुका है. वहीं अभी तक हुई अच्छी बारिश से कृषि विभाग के साथ ही किसानों को भी अच्छी फसल की उम्मीद है.

कृषि विभाग के सहायक निदेशक गौरीशंकर कटारा ने बताया कि जिले में सबसे ज्यादा मक्का की फसल की बुवाई की गई है. करीब 75 हजार हेक्टेयर में मक्का की बुवाई होगी. इसके अलावा धान 16 हजार हेक्टेयर, उडद 12 हजार हेक्टेयर, अरहर, तिल एक-एक हजार हेक्टेयर, सोयाबीन 40 हजार हेक्टेयर, कपास, ग्वार और अन्य फसलें भी की गई है. किसान इस बार अच्छी बारिश के साथ ही अच्छी पैदावार की उम्मीद भी लगाए हुए हैं.

डूंगरपुर. प्रदेश में मानसून के आगमन के साथ ही धरती पुत्रों के चेहरे भी खिल गए. प्रदेश के कई हिस्सों में जहां बूंदाबादी का दौर जारी है तो वहीं कई जगह तो किसानों ने बुवाई की प्रक्रिया भी शुरू कर दी. जिले में बारिश के बाद किसानों के चेहरे खिल गए और सभी किसान बुवाई-जुताई में लग गए. पहाड़ी जोत होने के कारण सबसे ज्यादा मक्का की बुवाई की जा रही है.

बता दें कि जिले में लक्ष्य के मुकाबले करीब 90 फीसदी बुवाई का कार्य पूरा कर लिया गया है. जिले में पिछले दिनों मानसून की बारिश के बाद किसान खेतों की ओर रुख कर गए गए. खेतों में झाड़ियों की साफ सफाई का काम पहले ही पूरा कर लिया गया है और इन दिनों किसान हल जोतकर बुवाई में लगे हुए हैं.

किसानों ने की 90 फीसदी बुवाई

कृषि विभाग के अनुसार जिले में 1 लाख 53 हजार हेक्टेयर भूमि में बुवाई का लक्ष्य रखा गया है, जिसमें से अभी तक करीब 90 फीसदी तक बुवाई का कार्य भी पूरा हो चुका है. वहीं अभी तक हुई अच्छी बारिश से कृषि विभाग के साथ ही किसानों को भी अच्छी फसल की उम्मीद है.

कृषि विभाग के सहायक निदेशक गौरीशंकर कटारा ने बताया कि जिले में सबसे ज्यादा मक्का की फसल की बुवाई की गई है. करीब 75 हजार हेक्टेयर में मक्का की बुवाई होगी. इसके अलावा धान 16 हजार हेक्टेयर, उडद 12 हजार हेक्टेयर, अरहर, तिल एक-एक हजार हेक्टेयर, सोयाबीन 40 हजार हेक्टेयर, कपास, ग्वार और अन्य फसलें भी की गई है. किसान इस बार अच्छी बारिश के साथ ही अच्छी पैदावार की उम्मीद भी लगाए हुए हैं.

Intro:डूंगरपुर। बारिश होते ही धरती पुत्र के चेहरे खुशी से खिल उठे है और खेतीबाड़ी में जुट गए है। पहाड़ी जोत होने के कारण सबसे ज्यादा मक्का की बुवाई की जा रही है। जिले में लक्ष्य के मुकाबले करीब 90 फीसदी बुवाई का कार्य पूरा कर लिया गया है।


Body:डूंगरपुर जिले में पिछले दिनों मानसून की बारिश के बाद किसान खेतों की ओर रुख कर गए गए। खेतों में झाड़ियों की साफ सफाई का काम पहले ही पूरा कर लिया गया है और इन दिनों किसान हल जोतकर बुवाई में लगे हुए है। कृषि विभाग के अनुसार जिले में 1 लाख 53 हजार हेक्टेयर भूमि में बुवाई का लक्ष्य रखा गया है, जिसमे से अभी तक करीब 90 फीसदी तक बुवाई का कार्य भी पूरा हो चुका है। वही अभी तक हुई अच्छी बारिश से कृषि विभाग के साथ ही किसानों को भी अच्छी फसल की उम्मीद है।
कृषि विभाग के सहायक निदेशक गौरीशंकर कटारा ने बताया कि जिले में सबसे ज्यादा मक्का की फसल की बुवाई की गई है। करीब 75 हजार हेक्टेयर में मक्का की बुवाई होगी। इसके अलावा धान 16 हजार हेक्टेयर, उडद 12 हजार हेक्टेयर, अरहर, तिल एक-एक हजार हेक्टेयर, सोयाबीन 40 हजार हेक्टेयर, कपास, ग्वार एवं अन्य फैसले भी की गई है। किसान इस बार अच्छी बारिश के साथ ही अच्छी पैदावार की उम्मीद भी लगाए हुए है।

बाईट- गौरीशंकर कटारा, सहायक निदेशक कृषि विभाग डूंगरपुर।


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