डूंगरपुर. कोरोना संक्रमण की रोकथाम को लेकर जिला प्रशासन एक बार फिर गांव-गांव जाएगा और लोगों से उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी लेंगे. वहीं बीमार मरीजों को मौके पर ही दवाइयां उपलब्ध करवाने के साथ ही गाइडलाइन का पालन करने के लिए पाबंद किया जाएगा. जिला कलेक्टर सुरेश ओला के निर्देशन में पिछले सप्ताह चार दिन तक चलाए गए सघन क्रॉस चेकिंग अभियान के तहत एएलआई लक्षणों से चिन्हित संक्रमित के फॉलोअप के लिए पुनः अभियान प्रारंभ किया जाएगा. जिला कलेक्टर सुरेश ओला की अध्यक्षता ईडीपी सभागार में तीस प्रभारी अधिकारियों की बैठक का आयोजन किया गया.
इस अवसर पर अतिरिक्त जिला कलेक्टर कृष्णपाल सिंह चौहान भी मौजूद रहे. बैठक में जिला कलेक्टर ओला ने अधिकारियों द्वारा की गई कड़ी मेहनत तथा उसके परिणाम स्वरूप लोगों में प्रारंभिक लक्षणों पर ही सैम्पलिंग कराने, ऑक्सीजन लेवल, समय पर चिकित्सालय पहुंचने की बातों को लेकर आमजन में आई जागरूकता की सराहना की. सर्वे के कारण जिन प्रारंभिक लक्षणों एवं एएलआई लक्षणों के चिन्हित लोगों तक समय पर प्रशासन की पहुंच बन सकी तथा मेडिकल कीट उपलब्ध करवायें जा सकें.
कलेक्टर ने कहा कि अब हमारा प्रयास प्रथम सर्वे के अभियान में चिन्हित किए गए एएलआई लक्षणों एवं प्रारम्भिक लक्षणों वाले मरीजों पर पूर्ण फोकस करना है. उन्होंने कहा इसके लिए सभी अधिकारी अपने क्षेत्र के बनाये गये व्हाट्सएप ग्रुप पर लगातार एक्टिव रहे तथा निरंतर एएनएम, कोर ग्रुप कमेटी के सदस्यों से समन्वय स्थापित करें. उन्होंने कहा कि जो चिन्हित हुए हैं, उनके उपचार, दवाई और प्रभावी मॉनिटरिंग पर हमारा पूरा फोकस होना चाहिए. बैठक में एडीएम कृष्णपाल सिंह चौहान ने कहा कि प्रत्येक स्तर पर ग्रुप के जो सदस्य एक्टिव है, उनसे निरन्तर संपर्क में रहकर अपडेट लेते रहें. सर्वे से पूर्व अधिकारी अपने संबंधित पीईईओ अथवा ग्राम अधिकारी को सूचित कर समस्त वार्ड पंच को भी सूचित करें, जिससे की एक-एक वार्ड से जुड़ते हुए सही रिपोर्ट आ सकें.
कोविड प्रोटोकॉल के तहत करें अंतिम संस्कार
कोरोना संक्रमित कोई व्यक्ति की मृत्यु होती है अथवा अगर किसी व्यक्ति की मृत्यु होती है तथा उसमें कोरोना संबंधित लक्षण हो तो उसे मृतक देह को सीधे श्मशान पर ही ले जाएं. उन्हें किसी भी हालत में घर पर नहीं ले जाए और नहीं ही मृत देह को खोले और पूरे प्रोटोकॉल का पालन करते हुए अंतिम संस्कार किया जाएं. उन्होंने बताया कि चिकित्सालय में किसी कोविड-19 संक्रमित की मृत्यु होने पर संबंधित की सूचना ग्रुप में दे दी जाएगी, जिससे कि उस क्षेत्र का संबंधित प्रभारी अपने कोर ग्रुप कमेटी सदस्यों एवं बीट कांस्टेबल को सूचित कर पाएं. उन्होंने अधिकारियों को सर्वे के दौरान ग्रामवासियों को इस बात के लिए भी जागरूक करने की बात कही.
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उन्होंने कहा कि सर्वे के दौरान होम क्वॉरेंटाइन लोगों को ऑक्सीजन लेवल कम होने पर प्रोनिंग विधि अपनाने के लिए भी जागरूक करें तथा अधिकारी द्वारा स्वयं प्रोनिंग विधि की पूरी जानकारी दी जाएं, जिससे कि एक बार मरीज प्रारंभिक तौर पर अपना बचाव कर सकें. साथ ही ऑक्सीजन लेवल कम होने पर तत्काल चिकित्सालय पहुंचने के लिए भी जागरूक करें.