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डूंगरपुर नगरपरिषद की नई पहल, पक्षियों के लिए बनवा रही 6 मंजिला 'आशियाना'

पर्यावरण व स्वच्छता के क्षेत्र में पूरे विश्व में अपनी चमक बिखेरने वाली डूंगरपुर नगरपरिषद अब शहर के साथ शहर में रहने वाले बेजुबान परिंदों की भी रहनुमा बन रही है. डूंगरपुर नगरपरिषद ने अपने नवाचारों की लिस्ट में एक कदम और बढ़ते हुए बेजुबान परिंदों के लिए 6 मंजिला आशियाना तैयार किया जा रहा है जो कि अपने अंतिम चरण में है.

डूंगरपुर में पक्षियों के लिए बनवाया आशियाना, A house built for birds in Dungarpur, dungarpur municipal council , डूंगरपुर नगरपरिषद की पहल
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Published : Oct 17, 2019, 12:17 PM IST

डूंगरपुर. डूंगरपुर नगरपरिषद की ओर से बेजुबान परिंदों के लिए 6 मंजिला आशियाना तैयार किया जा रहा है. इस काम के लिये गेपसागर झील के पास नाना भाई पार्क में 6 मंजिला इस आशियाने में पक्षियों के लिए फ्लेट बनाये गए है. साथ ही यहां पर रहने वाले परिंदों के लिए दाने-पानी की व्यवस्था के साथ सुरक्षा का भी ख्याल रखा गया है.

डूंगरपुर में पक्षियों के लिए बनवाया आशियाना, A house built for birds in Dungarpur, dungarpur municipal council , डूंगरपुर नगरपरिषद की पहल
6 मंजिला इमारत की प्रत्येक मंजिल पर 110 फ्लेट बनाए गए है

प्रदेश की डूंगरपुर नगरपरिषद अपनी स्वच्छता और शहर में करवाए गए नवाचारों के लिए हमेशा से ही सुर्खियों में रही है. बात गरीब बेटियों को गोद लेकर उनके शिक्षा से जोड़ने की हो या एकल महिलाओं व दिव्यांगों को रोजगार से जोड़कर स्वावलंबी बनाने की हो. डूंगरपुर नगरपरिषद ने सभी क्षेत्रो में उल्लेखनीय काम किए. वहीं अब डूंगरपुर नगरपरिषद ने शहरवासियों के साथ शहर में रहने वाले बेजुबान परिंदों की भी सुध ली है.

dungarpur municipal council , डूंगरपुर नगरपरिषद की पहल
पक्षियें के लिये बन रहे आशियाने से उनके अकारण मौत से होगा बचाव

नगरपरिषद सभापति के.के गुप्ता ने बताया की शहर में अधिकांश बेजुबान पक्षियों की मौत मौसम की मार की चलते हो जाती है. सर्दियों में अधिक सर्दी, गर्मी के मौसम में अधिक गर्मी और बारिश के चलते बेजुबान परिंदे अकारण ही मोत के शिकर हो जाते है. इन्हीं बातों को ध्यान में रखते हुए नगरपरिषद ने बेजुबान परिंदों के लिए 50 फीट उंचा 6 मंजिला आशियाना तैयार करवा रही है जिसका काम अंतिम चरण में है. इस 6 मंजिले इमारत की प्रत्येक मंजिल पर 110 फ्लेट बनाए गए है. गुजरात व कर्नाटक के बड़े-बड़े शहर व कस्बो में पक्षियों के लिए इस तरह के आशियानें बनाने की परम्परा है.

डूंगरपुर नगरपरिषद पक्षियों के लिये बनवा रही 6 मंजिला आशियाना

राजस्थान में पक्षियों के लिए पहला ऐसा आश्रय स्थल

राजस्थान में इतना ऊंचा आश्रय घर संभवत: पहला है. इसकी उंचाई करीब 50 फीट है. छह मंजिला इस मीनार में चारों ओर सैकड़ो की संख्या में पक्षियों के लिए घोसलें बनाए गए है. वहीं मीनार के नीचे इन पक्षियों के लिए दाना-पानी की व्यवस्था के लिए 5 से 6 फीट का एक चबूतरा भी बनाया जायेगा और चबूतरे के चारों और लोहे की जालियों की दीवार भी बनाई जाएगी.

dungarpur municipal council , डूंगरपुर नगरपरिषद की पहल
डूंगरपुर नगरपरिषद पक्षियों के लिये बनवा रही 6 मंजिला आशियाना

पढ़ें- डूंगरपुर नगर परिषद की ओर से दीपावली मेले का आगाज, 10 दिन चलेगा मेला

सर्दियों में शहर की गेपसागर झील में देश-विदेश के पक्षियों का भी विचरण होता है. जिसको देखते हुए पक्षियों के लिए आश्रय घर का निर्माण करवाया जा रहा है. बहराहाल बेजुबान पक्षियों के इस आशियाने का कार्य अंतिम चरण में है और जल्द ही काम पूरा हो जाएगा. इस आशियाने के तैयार होने से एक साथ सैकड़ो पक्षियों को रहने की व्यवस्था हो सकेगी और हर मौसम में पक्षियों की सुरक्षा सुनिश्चित हो पाएगी.

डूंगरपुर. डूंगरपुर नगरपरिषद की ओर से बेजुबान परिंदों के लिए 6 मंजिला आशियाना तैयार किया जा रहा है. इस काम के लिये गेपसागर झील के पास नाना भाई पार्क में 6 मंजिला इस आशियाने में पक्षियों के लिए फ्लेट बनाये गए है. साथ ही यहां पर रहने वाले परिंदों के लिए दाने-पानी की व्यवस्था के साथ सुरक्षा का भी ख्याल रखा गया है.

डूंगरपुर में पक्षियों के लिए बनवाया आशियाना, A house built for birds in Dungarpur, dungarpur municipal council , डूंगरपुर नगरपरिषद की पहल
6 मंजिला इमारत की प्रत्येक मंजिल पर 110 फ्लेट बनाए गए है

प्रदेश की डूंगरपुर नगरपरिषद अपनी स्वच्छता और शहर में करवाए गए नवाचारों के लिए हमेशा से ही सुर्खियों में रही है. बात गरीब बेटियों को गोद लेकर उनके शिक्षा से जोड़ने की हो या एकल महिलाओं व दिव्यांगों को रोजगार से जोड़कर स्वावलंबी बनाने की हो. डूंगरपुर नगरपरिषद ने सभी क्षेत्रो में उल्लेखनीय काम किए. वहीं अब डूंगरपुर नगरपरिषद ने शहरवासियों के साथ शहर में रहने वाले बेजुबान परिंदों की भी सुध ली है.

dungarpur municipal council , डूंगरपुर नगरपरिषद की पहल
पक्षियें के लिये बन रहे आशियाने से उनके अकारण मौत से होगा बचाव

नगरपरिषद सभापति के.के गुप्ता ने बताया की शहर में अधिकांश बेजुबान पक्षियों की मौत मौसम की मार की चलते हो जाती है. सर्दियों में अधिक सर्दी, गर्मी के मौसम में अधिक गर्मी और बारिश के चलते बेजुबान परिंदे अकारण ही मोत के शिकर हो जाते है. इन्हीं बातों को ध्यान में रखते हुए नगरपरिषद ने बेजुबान परिंदों के लिए 50 फीट उंचा 6 मंजिला आशियाना तैयार करवा रही है जिसका काम अंतिम चरण में है. इस 6 मंजिले इमारत की प्रत्येक मंजिल पर 110 फ्लेट बनाए गए है. गुजरात व कर्नाटक के बड़े-बड़े शहर व कस्बो में पक्षियों के लिए इस तरह के आशियानें बनाने की परम्परा है.

डूंगरपुर नगरपरिषद पक्षियों के लिये बनवा रही 6 मंजिला आशियाना

राजस्थान में पक्षियों के लिए पहला ऐसा आश्रय स्थल

राजस्थान में इतना ऊंचा आश्रय घर संभवत: पहला है. इसकी उंचाई करीब 50 फीट है. छह मंजिला इस मीनार में चारों ओर सैकड़ो की संख्या में पक्षियों के लिए घोसलें बनाए गए है. वहीं मीनार के नीचे इन पक्षियों के लिए दाना-पानी की व्यवस्था के लिए 5 से 6 फीट का एक चबूतरा भी बनाया जायेगा और चबूतरे के चारों और लोहे की जालियों की दीवार भी बनाई जाएगी.

dungarpur municipal council , डूंगरपुर नगरपरिषद की पहल
डूंगरपुर नगरपरिषद पक्षियों के लिये बनवा रही 6 मंजिला आशियाना

पढ़ें- डूंगरपुर नगर परिषद की ओर से दीपावली मेले का आगाज, 10 दिन चलेगा मेला

सर्दियों में शहर की गेपसागर झील में देश-विदेश के पक्षियों का भी विचरण होता है. जिसको देखते हुए पक्षियों के लिए आश्रय घर का निर्माण करवाया जा रहा है. बहराहाल बेजुबान पक्षियों के इस आशियाने का कार्य अंतिम चरण में है और जल्द ही काम पूरा हो जाएगा. इस आशियाने के तैयार होने से एक साथ सैकड़ो पक्षियों को रहने की व्यवस्था हो सकेगी और हर मौसम में पक्षियों की सुरक्षा सुनिश्चित हो पाएगी.

Intro:डूंगरपुर। पर्यावरण व स्वच्छता के क्षेत्र में पुरे विश्व में अपनी चमक बिखेरने वाली डूंगरपुर नगरपरिषद अब शहर के साथ शहर में रहने वाले बेजुबान परिंदों की भी रहनुमा बन रही है। डूंगरपुर नगरपरिषद ने अपने नवाचारो की लिस्ट में एक कदम और बढ़ते हुए बेजुबान परिंदों के लिए 6 मंजिला आशियाना तैयार किया है। गेपसागर झील के पास पार्क में 6 मंजिला इस आशियाने में पक्षियों के लिए फ्लेट बनाये गए है। साथ ही यहाँ पर रहने वाले परिंदों के लिए दाने-पानी की व्यवस्था के साथ सुरक्षा भी ख्याल रखा गया है।Body:प्रदेश की डूंगरपुर नगरपरिषद अपनी स्वच्छता व शहर में करवाए गए नवाचारो के लिए हमेशा से ही सुर्खियों में रही है। बात गरीब बेटियों को गोद लेकर उनके शिक्षा से जोड़ने की हो या एकल महिलाओं व दिव्यांगो को रोजगार से जोड़कर स्वावलंबी बनाने की। डूंगरपुर नगरपरिषद ने सभी क्षेत्रो में उल्लेखनीय काम किए। वही अब डूंगरपुर नगरपरिषद ने शहरवासियो के साथ शहर में रहने वाले बेजुबान परिंदों की भी सुध ली है।
नगरपरिषद सभापति के के गुप्ता ने बताया की शहर में अधिकाँश बेजुबान पक्षियों की मौत मौसम की मार की चलते हो जाती है। सर्दी के मौसम में अधिक सर्दी, गर्मी के मौसम में अधिक गर्मी और बारिश के चलते बेजुबान परिंदे अकारण ही काल के ग्रास हो जाते है| इन्ही बातो को ध्यान में रखते हुए नगरपरिषद ने बेजुबान परिंदों के लिए 50 फीट उंचा 6 मंजिला आशियाना तैयार करवा रही जिसका काम अंतिम चरण में है | 6 मंजिला इस इमारत की प्रत्येक मंजिल पर 110 फ्लेट बनाए गए है | गुजरात व कर्नाटक के बड़े-बड़े शहर व कस्बो में पक्षिओ के लिए इस तरह के आशियाने बनाने की परम्परा है |

- राजस्थान में पक्षियों के लिए पहला ऐसा आश्रय स्थल
राजस्थान में इतना ऊंचा आश्रय घर संभवतय पहला है। इसकी उंचाई करीब 50 फीट है । कुतुबमीनार सी थम्बिया मीनार गोल आकार की है | छह मंजिला इस मीनार में चारो और सैकड़ो की संख्या में पक्षिओ के लिए घोसले बनाए गए है| वही मीनार के नीचे इन पक्षियो के लिए दाना-पानी की व्यवस्था के लिए 5 से 6 फीट का एक चबूतरा भी बनाया जायेगा और चबूतरे के चारो और लोहे की जालियो की दीवार भी बनाई जाएगी।

- सर्दी के मौसम में शहर की गेपसागर झील में देश व विदेश के पक्षियों का विचरण होता है जिसको देखते हुए पक्षियो के लिए आश्रय घर का निर्माण करवाया जा रहा है। बहराल बेजुबान पक्षियों के इस आशियाने का कार्य अंतिम चरण में है और जल्द ही काम पूरा हो जाएगा। इस आशियाने के तैयार होने से एक साथ सैकड़ो पक्षियो को रहने की व्यवस्था होगी और हर मौसम में पक्षियों की सुरक्षा सुनिश्चित हो पाएगी।

बाईट- केके गुप्ता, सभापति नगरपरिषद डूंगरपुर।Conclusion:
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