डूंगरपुर. कोरोना महामारी की दूसरी लहर के तेज बढ़ते संक्रमण से गंभीर संक्रमित रोगियों तक अपनी पहुंच बनाने, कोरोना के प्रारंभिक लक्षणों पर लापरवाही नहीं बरतने और समय पर चिकित्सालय पहुंचने हेतु जागरूक करने के लिए दूसरे दौर की सर्वे के तहत शुक्रवार को 30 अधिकारियों ने घर-घर जा कर सर्वे किया. साथ ही होम आइसोलेट मरीजों से संवाद कर उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली.
जिला कलेक्टर सुरेश ओला के निर्देशन में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को नियंत्रित करने और गंभीर संक्रमित तक अपनी पहुंच बनाने हेतु डूंगरपुर जिला प्रशासन की ओर से ‘मेरा वार्ड, मेरा गांव-मेरा जिला कोरोना मुक्त’ अभियान के तहत प्रथम दौर में डोर-टू-डोर जाकर सर्वे किया गया. दूसरे दौर के तहत अधिकारियों ने पुनः गांवों में डोर-टू-डोर पहुंचकर कोविड संक्रमित, होम आइसोलेट, प्रवासियों, आरटी-पीसआर जांच, मेडिकल कीट की उपलब्धता और उपयोग, डोर-टू-डोर सर्वे की वस्तुस्थिति, विवाह आयोजन सहित चेक लिस्ट पर आधारित महत्वपूर्ण जानकारियां ली.
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इस दौरान जिला कलेक्टर ओला ने बताया कि दूसरे चरण में हमारा मुख्य उद्देश्य चिन्हित आईएलआई और प्रारम्भिक लक्षण वाले मरीजों पर फोकस करना है. साथ ही चेक लिस्ट के अनुसार अन्य की भी प्रभावी मॉनिटरिंग करना है.
शुक्रवार को घर- घर सर्वे के तहत मुख्य कार्यकारी अधिकारी अंजली राजोरिया ने चिखली ब्लॉक के साकोदरा और चिखली ग्राम पंचायतों में ग्राम पंचायत कमेटी से घर- घर सर्वे की समीक्षा करते हुए आइसोलेट और पॉजिटिव लोगों से संवाद किया. इस अवसर पर विकास अधिकारी राहुल बैरवा, सहायक अभियंता राकेश परमार आदि सम्बंधित कार्मिक उपस्थित थे. उन्होंने लोगों से सीधा संवाद कर लापरवाही नहीं बरतने की अपील की. उन्होंने लोगों से अन्य लोगों को भी जागरूक करने की अपील की. साथ ही कोविड गाइडलाइन की पालना के लिए पाबंद किया.