डूंगरपुर. जिले में 3 बहनों ने इकलौते भाई ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. घटना के वक्त उसकी बहन और ममेरा भाई भी उसी घर में सोए हुए थे, लेकिन उन्हें भी घटना के बारे में पता नहीं चल सका.
चौरासी थाना पुलिस के अनुसार गजेंद्र ननोमा (16) निवासी पाकरोण जवाहर नवोदय विद्यालय में 11वीं कक्षा का छात्र है. लॉकडाउन के चलते वह घर पर रहकर ही पढ़ाई करता है. सोमवार रात को खाना खाने के बाद गजेंद्र दूसरे कमरे में सोने चला गया. जहां उसकी छोटी बहन सोनिका और मामा का लड़का महेश भी सो रहे थे. देर रात को गजेंद्र उठा और घर में लकड़ी की बल्ली से रस्सी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली.
मृतक की छोटी बहन सोनिका और ममेरा भाई जब सुबह उठे तो उन्हें इस घटना का पता चला. इसके बाद उन्होंने सबको इसके बारे में बताया. घटना के बाद बड़ी संख्या में लोग एकत्रित हो गए. सूचना पर वैंजा चौकी प्रभारी मनोहरसिंह पुलिस टीम के साथ मौके पर पंहुचे.
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घटना की जानकारी लेने के बाद शव को जिला अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया. जहां परिजनों ने उसकी मौत पर किसी भी तरह का संदेह होने से इंकार कर दिया. इसके बाद पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया है.
मृतक गजेंद्र तीन बहनों का इकलौता भाई था. वहीं तीनो बहनों ने दो दिन पहले ही रक्षाबंधन के दिन राखी बांधकर भाई से रक्षा का वचन लिया था, लेकिन भाई की मौत के बाद तीनों बहनें आंसू थम नहीं रहे.