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धौलपुर: आधे घंटे की बरसात से राजाखेड़ा हुआ 'पानी-पानी', सड़कें बनी दरिया

धौलपुर के राजाखेड़ा कस्बे में सोमवार हुई करीब आधा घंटे की तेज बरसात ने प्रशासन की ड्रेनेज व्यवस्था की पोल खोलकर रख दी. बरसात के बाद कस्बे के अधिकांश गली-मोहल्लों और बाजार की सड़कों पर घुटनों तक पानी भर गया. जिससे राहगीरों को रास्ता निकलने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा.

राजाखेड़ा में भरा बरसात का पानी, Rain water filled in Rajkheda
राजाखेड़ा हुआ पानी-पानी
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Published : Aug 10, 2020, 4:29 PM IST

राजाखेड़ा (धौलपुर). कस्बे में सोमवार दोपहर हुई करीब आधा घंटे की जोरदार बरसात ने प्रशासन की सफाई व्यवस्था की पोल खोलकर रख दी. बरसात के बाद कस्बे के अधिकांश गली-मोहल्लों सहित मुख्य बाजार की सड़कों पर बरसात का पानी भर गया. बरसात का पानी भरने से सड़कों पर बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई.

रास्तों में घुटनों तक पानी भरने से सड़कें दरिया बन गई. जिसके कारण लोगों को अपनी जरूरतों का सामान लाने के लिए घुटनों तक भरे पानी में से होकर गुजरना पड़ा. वहीं कई लोगों के घरों में बरसात का पानी भरने से उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ा.

राजाखेड़ा हुआ पानी-पानी

पढ़ेंः धौलपुर: पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई कर अवैध शराब कारखाने का किया भंडाफोड़, भारी मात्रा में शराब बरामद

लोगों का आरोप है कि बरसात के मौसम में कस्बे के अधिकांश हिस्सों में जलभराव की समस्या पैदा हो जाती है, लेकिन जिम्मेदार प्रशासन इससे कोई सबक लेने के बजाय हाथ पर हाथ रखे बैठा रहता है.

क्यों बनते ऐसे हालात

लोगों ने बताया कि वर्षों पूर्व कस्बे में बरसाती पानी के संग्रहण के लिए जगह-जगह पोखर और तालाब बने हुए थे. जिनका अब नामो-निशान मिट गया है. बरसात होने पर यह पानी पोखर-तालाबों में आसानी से पहुंच जाता था, लेकिन वर्तमान समय में कस्बे के अधिकांश तालाब और पोखर अस्तित्व विहीन हो गए है और जो है वह भी अपने अस्तित्व के लिए संघर्ष कर रहे है.

वहीं दूसरा एक कारण नगर पालिका प्रशासन द्वारा समय पूर्व कस्बे के नाले और नालियों की सफाई व्यवस्था को दुरुस्त ना करने के कारण यह स्थिति पैदा हो रही है. जिसके कारण लोगों को नरकीय जीवन जीने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है.

पढ़ेंः Weather News: प्रदेश में दोबारा सक्रिय मानसून, बीते 24 घंटे में फुलेरा में सर्वाधिक बारिश

बता दें कि काफी दिनों बाद कुछ ही मिनटों की जोरदार बरसात से लोगों को उमस भरी गर्मी से राहत देखने को मिली है. बरसात होने से किसानों के चहरे पर भी खुशी छा गई. किसानों ने बरसात को खरीफ की फसल के लिए अमृत बताया है.

राजाखेड़ा (धौलपुर). कस्बे में सोमवार दोपहर हुई करीब आधा घंटे की जोरदार बरसात ने प्रशासन की सफाई व्यवस्था की पोल खोलकर रख दी. बरसात के बाद कस्बे के अधिकांश गली-मोहल्लों सहित मुख्य बाजार की सड़कों पर बरसात का पानी भर गया. बरसात का पानी भरने से सड़कों पर बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई.

रास्तों में घुटनों तक पानी भरने से सड़कें दरिया बन गई. जिसके कारण लोगों को अपनी जरूरतों का सामान लाने के लिए घुटनों तक भरे पानी में से होकर गुजरना पड़ा. वहीं कई लोगों के घरों में बरसात का पानी भरने से उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ा.

राजाखेड़ा हुआ पानी-पानी

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लोगों का आरोप है कि बरसात के मौसम में कस्बे के अधिकांश हिस्सों में जलभराव की समस्या पैदा हो जाती है, लेकिन जिम्मेदार प्रशासन इससे कोई सबक लेने के बजाय हाथ पर हाथ रखे बैठा रहता है.

क्यों बनते ऐसे हालात

लोगों ने बताया कि वर्षों पूर्व कस्बे में बरसाती पानी के संग्रहण के लिए जगह-जगह पोखर और तालाब बने हुए थे. जिनका अब नामो-निशान मिट गया है. बरसात होने पर यह पानी पोखर-तालाबों में आसानी से पहुंच जाता था, लेकिन वर्तमान समय में कस्बे के अधिकांश तालाब और पोखर अस्तित्व विहीन हो गए है और जो है वह भी अपने अस्तित्व के लिए संघर्ष कर रहे है.

वहीं दूसरा एक कारण नगर पालिका प्रशासन द्वारा समय पूर्व कस्बे के नाले और नालियों की सफाई व्यवस्था को दुरुस्त ना करने के कारण यह स्थिति पैदा हो रही है. जिसके कारण लोगों को नरकीय जीवन जीने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है.

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बता दें कि काफी दिनों बाद कुछ ही मिनटों की जोरदार बरसात से लोगों को उमस भरी गर्मी से राहत देखने को मिली है. बरसात होने से किसानों के चहरे पर भी खुशी छा गई. किसानों ने बरसात को खरीफ की फसल के लिए अमृत बताया है.

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