धौलपुर. कभी बागियों की शरण स्थली बने चंबल क्षेत्र में अब स्थिति में काफी बदलाव हुआ है. लेकिन जो नहीं बदला वह है अवैध कारोबार. आज चंबल से ऐसे लोग मालामाल हो रहे हैं. आए दिन प्रशासन का डंडा उनके खिलाफ चलता है. इसके बावजूद स्थिति जस की तस है.
दरअसल धौलपुर में एक साल पुराने मामले में आरोपी दो बजरी माफियाओं ने सरेंडर कर दिया है. इन पर पुलिस पर फायरिंग और पथराव करने का आरोप है. हाल ही में एसपी अजय सिंह और कोतवाली के साथ सदर पुलिस पर बजरी माफियाओं ने हमला किया था. जिसके बाद पुलिस ने अवैध खनन पर कार्रवाई तेज कर दी है.
बजरी माफियाओं की धरपकड़ के लिए पुलिस ने नाकाबंदी कर कार्रवाई शुरू की. जिसमें चंबल के इलाके में दर्जनभर जगह पर दबिश दी गई. इस बीच एक अन्य हमले के आरोप में दो और माफिया गोला उर्फ रघुराज और मातादीन से पूछताछ चल रही है. उन्हें प्रोडक्शन वारंट के तहत धौलपुर लाया गया है. वहीं पुलिस ने 1 साल पुराने मामले में फरार चल रहे दो बजरी माफिया देशराज और जितेंद्र ने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया है.
कोतवाली थाना प्रभारी नवल किशोर मीणा ने बताया कि चारों माफिया 1 वर्ष पूर्व हुए दो मामलों में फरार चल रहे थे. पहला मामला 19 जुलाई 2018 का है. जिसमें मोरोली के नीम बसई गांव के पास जो बजरी से भरे ट्रैक्टर ने नाकाबंदी कर रही कोतवाली पुलिस पर पथराव कर फायरिंग की थी. पथराव करने के बाद माफिया चंबल नदी की ओर भाग गए. जिस मामले में देवेंद्र पुत्र देवाराम कृष्णा पुत्र रतिराम और वीरेंद्र पुत्र रामअवतार को पूर्व में गिरफ्तार किया गया था. इसी मामले में फरार चल रहे दो आरोपी देशराज पुत्र रतीराम और जितेंद्र ने सरेंडर किया है. वहीं इसी के तीसरे आरोपी मातादीन पुत्र केदार को जेल से गिरफ्तार किया है.