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धौलपुर में पुलिस पर फायरिंग के आरोपी 2 बजरी माफियाओं ने किया सरेंडर - अपराध

धौलपुर में दो बजरी माफियाओं ने सरेंडर कर दिया है. एक साल पुराने पुलिस पर फायरिंग और पथराव में पुलिस को उनकी तलाश थी.

गिरफ्तार आरोपियों के साथ पुलिस.
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Published : Apr 13, 2019, 9:22 PM IST

धौलपुर. कभी बागियों की शरण स्थली बने चंबल क्षेत्र में अब स्थिति में काफी बदलाव हुआ है. लेकिन जो नहीं बदला वह है अवैध कारोबार. आज चंबल से ऐसे लोग मालामाल हो रहे हैं. आए दिन प्रशासन का डंडा उनके खिलाफ चलता है. इसके बावजूद स्थिति जस की तस है.

दरअसल धौलपुर में एक साल पुराने मामले में आरोपी दो बजरी माफियाओं ने सरेंडर कर दिया है. इन पर पुलिस पर फायरिंग और पथराव करने का आरोप है. हाल ही में एसपी अजय सिंह और कोतवाली के साथ सदर पुलिस पर बजरी माफियाओं ने हमला किया था. जिसके बाद पुलिस ने अवैध खनन पर कार्रवाई तेज कर दी है.

धौलपुर में दो बजरी माफियाओं ने किया सरेंडर

बजरी माफियाओं की धरपकड़ के लिए पुलिस ने नाकाबंदी कर कार्रवाई शुरू की. जिसमें चंबल के इलाके में दर्जनभर जगह पर दबिश दी गई. इस बीच एक अन्य हमले के आरोप में दो और माफिया गोला उर्फ रघुराज और मातादीन से पूछताछ चल रही है. उन्हें प्रोडक्शन वारंट के तहत धौलपुर लाया गया है. वहीं पुलिस ने 1 साल पुराने मामले में फरार चल रहे दो बजरी माफिया देशराज और जितेंद्र ने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया है.

कोतवाली थाना प्रभारी नवल किशोर मीणा ने बताया कि चारों माफिया 1 वर्ष पूर्व हुए दो मामलों में फरार चल रहे थे. पहला मामला 19 जुलाई 2018 का है. जिसमें मोरोली के नीम बसई गांव के पास जो बजरी से भरे ट्रैक्टर ने नाकाबंदी कर रही कोतवाली पुलिस पर पथराव कर फायरिंग की थी. पथराव करने के बाद माफिया चंबल नदी की ओर भाग गए. जिस मामले में देवेंद्र पुत्र देवाराम कृष्णा पुत्र रतिराम और वीरेंद्र पुत्र रामअवतार को पूर्व में गिरफ्तार किया गया था. इसी मामले में फरार चल रहे दो आरोपी देशराज पुत्र रतीराम और जितेंद्र ने सरेंडर किया है. वहीं इसी के तीसरे आरोपी मातादीन पुत्र केदार को जेल से गिरफ्तार किया है.

धौलपुर. कभी बागियों की शरण स्थली बने चंबल क्षेत्र में अब स्थिति में काफी बदलाव हुआ है. लेकिन जो नहीं बदला वह है अवैध कारोबार. आज चंबल से ऐसे लोग मालामाल हो रहे हैं. आए दिन प्रशासन का डंडा उनके खिलाफ चलता है. इसके बावजूद स्थिति जस की तस है.

दरअसल धौलपुर में एक साल पुराने मामले में आरोपी दो बजरी माफियाओं ने सरेंडर कर दिया है. इन पर पुलिस पर फायरिंग और पथराव करने का आरोप है. हाल ही में एसपी अजय सिंह और कोतवाली के साथ सदर पुलिस पर बजरी माफियाओं ने हमला किया था. जिसके बाद पुलिस ने अवैध खनन पर कार्रवाई तेज कर दी है.

धौलपुर में दो बजरी माफियाओं ने किया सरेंडर

बजरी माफियाओं की धरपकड़ के लिए पुलिस ने नाकाबंदी कर कार्रवाई शुरू की. जिसमें चंबल के इलाके में दर्जनभर जगह पर दबिश दी गई. इस बीच एक अन्य हमले के आरोप में दो और माफिया गोला उर्फ रघुराज और मातादीन से पूछताछ चल रही है. उन्हें प्रोडक्शन वारंट के तहत धौलपुर लाया गया है. वहीं पुलिस ने 1 साल पुराने मामले में फरार चल रहे दो बजरी माफिया देशराज और जितेंद्र ने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया है.

कोतवाली थाना प्रभारी नवल किशोर मीणा ने बताया कि चारों माफिया 1 वर्ष पूर्व हुए दो मामलों में फरार चल रहे थे. पहला मामला 19 जुलाई 2018 का है. जिसमें मोरोली के नीम बसई गांव के पास जो बजरी से भरे ट्रैक्टर ने नाकाबंदी कर रही कोतवाली पुलिस पर पथराव कर फायरिंग की थी. पथराव करने के बाद माफिया चंबल नदी की ओर भाग गए. जिस मामले में देवेंद्र पुत्र देवाराम कृष्णा पुत्र रतिराम और वीरेंद्र पुत्र रामअवतार को पूर्व में गिरफ्तार किया गया था. इसी मामले में फरार चल रहे दो आरोपी देशराज पुत्र रतीराम और जितेंद्र ने सरेंडर किया है. वहीं इसी के तीसरे आरोपी मातादीन पुत्र केदार को जेल से गिरफ्तार किया है.

Intro:चंबल के बागियों के बाद अब बजरी माफिया सरेंडर होने की राह पर पुलिस के दबाव के चलते दो बजरी माफियाओं ने किया सरेंडर 2 माफिया गिरफ्तार 1 साल पुराने पुलिस पर फायरिंग और पथराव के दो मामलों में चार माफिया गिरफ्तार।

धौलपुर बागियों की शरण स्थली कहे जाने वाले चंबल नदी के इलाके से जैसे जैसे बागी खत्म होते जा रहे हैं। ठीक वैसे वैसे बजरी माफिया रूपी सोने का अंडा देने वाली चंबल के इलाके में बजरी माफियाओं की तादाद बढ़ने लगी है। बीते कई वर्षों से बागियों के सिलेंडर होने के बाद इलाके में बजरी कारोबार से जुड़े माफियाओं की तादाद बढ़ी है। जिससे जिले में आए दिन बजरी माफिया और पुलिस के बीच पथराव और फायरिंग जैसे मामले सामने आते रहते हैं ।माफियाओं के हमले से पुलिस के साथ आमजन भी अछूता नहीं है।


Body:गौरतलब है कि हाल ही में एसपी अजय सिंह और कोतवाली के साथ सदर पुलिस पर बजरी माफियाओं द्वारा किए गए हमले के बाद पुलिस ने बजरी माफियाओं पर लगाम करते हुए उनकी धरपकड़ शुरू कर दी है ।एसपी अजय सिंह के दिशा निर्देश पर पुलिस के दबाव के चलते बजरी माफिया टूटने लगे हैं 1 साल पुराने मामले में फरार चल रहे दो बजरी माफियाओं ने कोतवाली थाना प्रभारी नवल किशोर मीणा के समक्ष आत्मसमर्पण किया है। कोतवाली थाना प्रभारी नवल किशोर मीणा ने बताया कि बीते दिनों माफियाओं ने पुलिस पर हमला कर एक तरह से पुलिस को निशाना बनाया था। माफियाओं ने एसपी अजय सिंह पर फायरिंग कर जानलेवा हमला करने की कोशिश की थी। बजरी माफियाओं की धरपकड़ के लिए पुलिस द्वारा नाकाबंदी करते हुए चंबल के इलाके में दर्जनभर जगह पर दबिश दी गई ।पुलिस की दबिश को देखते हुए माफिया टूटने लगे हैं ।जिसके तहत 1 साल पुराने मामले में दो बजरी माफिया देशराज पुत्र रतिराम जितेंद्र पुत्र रतिराम निवासी पायलिन का पूरा ने सरेंडर किया है ।वही एक और हमले के आरोप में दो और माफिया गोला उर्फ रघुराज पुत्र सोने राम के साथ मातादीन पुत्र केदार को न्यायालय से प्रोडक्शन वारंट गिरफ्तार किया है।


Conclusion:कोतवाली थाना प्रभारी नवल किशोर मीणा ने बताया कि चारों माफिया 1 वर्ष पूर्व हुए दो मामलों में फरार चल रहे थे। पहला मामला 19 जुलाई 2018 का है। जिसमें मोरोली के नीम बसई गांव के पास जो बजरी से भरे ट्रैक्टर ने नाकाबंदी कर रही कोतवाली पुलिस पर पथराव कर फायरिंग की थी ।पथराव करने के बाद माफिया चंबल नदी की ओर भाग गए। जिस मामले में देवेंद्र पुत्र देवाराम कृष्णा पुत्र रतिराम और वीरेंद्र पुत्र रामअवतार को पूर्व में गिरफ्तार किया गया था। इसी मामले में फरार चल रहे दो आरोपी देशराज पुत्र रतीराम और जितेंद्र ने सरेंडर किया है। वहीं इसी के तीसरे आरोपी मातादीन पुत्र केदार को जेल से गिरफ्तार किया है।
Byte - नवल किशोर मीणा थाना प्रभारी कोतवाली
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Neeraj Sharma
Dholpur
सर खबर वॉइस ओवर के साथ फाइल की है
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