बसेड़ी (धौलपुर). सरमथुरा उपखंड के कृष्णपुरा गांव में शुक्रवार रात तक बलराम के घर में जिन बच्चों की किलकारियां गूंज रही थी, वो शनिवार की सुबह एकाएक खामोश हो गई. परिजन कुछ समझ पाते उससे पहले दोनों बच्चों की मौत हो गई. जबकि दोनों बच्चे अपनी मां के साथ खाना खाकर एक ही कमरे में सोए थे.
परिजनो ने सुबह दोनों बच्चों को अचेतावस्था में देखा तो करौली अस्पताल लेकर पहुंचे. लेकिन, दोनों बच्चों की मौत हो चुकी थी. परिजनों ने दोनों बच्चों को विशैले जीव-जन्तु के काटने या विशैला पदार्थ खाने की आशंका जताई है. पुलिस ने दोनों शवों का पोस्टमार्टम करा कर शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया हैं. बता दें कि दोनों मृतक बच्चे आपस में भाई-बहन थे.
एएसआई रामसिंह ने बताया कि कृष्णपुरा निवासी मानसिंह ने तहरीर दी है कि मेरा भतीजा अंकित पुत्र बलराम उम्र 5 वर्ष और भतीजी आरती पुत्री बलराम उम्र 12 वर्ष रात 9 बजे के करीब अपनी मां कमलेश के साथ खाना खाकर एक ही कमरे में सोए थे. शनिवार सुबह जब दोनों बच्चे अचेतावस्था में मिले तो परिजन उन्हें करौली अस्पताल लेकर पहुंचे. अस्पताल में चिकित्सकों ने आरती को देखकर मृत घोषित कर दिया. वहीं, अंकित का प्राथमिक उपचार कर जयपुर रेफर कर दिया. अंकित को उपचार के लिए जयपुर ले जाया जा रहा था लेकिन रास्ते में उसकी भी मौत हो गई.
पढ़ें- सत्ता और संगठन में टकराव के हालात, बीते एक माह की वो घटनाएं जिनमें पायलट और गहलोत हुए आमने-सामने
वहीं, मृतक के चाचा ने बच्चों द्वारा विशैला पदार्थ खाने या विशैले जीव-जन्तु के काटने से मौत होने की आशंका जताई है. जबकि पोस्टमार्टम के दौरान मृतकों के शव पर कोई भी विशैले जीव-जन्तु के काटने के निशान नहीं मिले है. पुलिस ने तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
मासूम बच्चों की मौत पर उठ रहे सवाल
कृष्णापुरा में शनिवार सुबह अचानक दोनों बच्चो के अचेत मिलने के बाद ग्रामीण आश्चर्य में पड़ गए. जैसे ही दोनों बच्चों की मौत की सूचना मिली तो ग्रामीण अस्पताल पहुंच गए. सरमथुरा अस्पताल में शाम को 5 बजे करीब दोनों मृतक बच्चों का चिकित्सकों ने पोस्टमार्टम किया.