धौलपुर. जिले में रविवार को कंकड़ सूर्य ग्रहण जिले के अलग-अलग हिस्सों में देखा गया. राजस्थान के उत्तरी भाग में यह ग्रहण अधिक ग्रासमान और दक्षिण भाग में कम ग्रासमान वाला रहा है. सुबह 9 बजकर 55 मिनट से सूर्य ग्रहण की शुरुआत हुई है, जो 2 बजकर 35 मिनट तक मध्य देश के अलग-अलग हिस्सों में दिखाई दे रहा है.
कंकड़ सूर्य ग्रहण, आद्रा नक्षत्र और मिथुन राशि में हो रहा है. ऐसे में मिथुन राशि और आर्द्रा नक्षत्र में जन्म लेने वाले व्यक्तियों को विशेष कष्टप्रद हो सकता है. लिहाजा ऐसे लोगों को विशेष सावधानी की जरूरत है. इन लोगों को ग्रहण काल में सूर्यास्त तक स्त्रोत, आदित्य स्त्रोत और भगवान संकीर्तन के साथ हनुमान चालीसा का पाठ नितांत आवश्यक है.
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जिले में वर्ष 2020 का पहला सूर्य ग्रहण देखा गया. सुबह 9 बजकर 55 मिनट पर सूर्य ग्रहण के अंश आसमान में दिखाई देने लगे. आसमान में बादलों के मध्य सूर्य के अलग-अलग आकार और रंग दिखाई दिए. ज्योतिष विशेषज्ञ पंडित श्याम सुंदर शर्मा ने बताया वर्ष 2020 का यह पहला सूर्य ग्रहण है. जिसकी शुरुआत सुबह 9 बजकर 55 मिनट से हुई है, जो दोपहर 2 बजे के बाद तक चलेगा.
सूर्य ग्रहण को देखते हुए मिथुन राशि के लोगों को विशेष सावधानी की जरूरत है. राजा और प्रजा सभी के लिए यह कष्टदाई होता है. सूर्य ग्रहण से बचाव के लिए परमपिता परमात्मा भगवान का संकीर्तन नितांत जरूरी है. कंकड़ सूर्य ग्रहण आद्रा नक्षत्र और मिथुन राशि में हो रहा है.
ऐसे में मिथुन राशि और आद्रा नक्षत्र में जन्म लेने वाले व्यक्तियों को विशेष कष्टप्रद हो सकता है. लिहाजा ऐसे व्यक्ति अपने इष्टदेव भगवान परमपिता परमात्मा की पूजा भक्ति करें. सूर्य ग्रहण शुरू होने से पूर्व ही धौलपुर जिले के सभी मंदिर शिवालय देवालयों के कपाट बंद है.
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ऐतिहासिक शिव मंदिर पर गर्भ ग्रह को पूरी तरह से बंद रखा गया था. सूतक खत्म होने के बाद भगवान को स्नान कराए जाएंगे. उसके बाद भगवान की महा आरती का आयोजन होगा. भगवान का भोग लगाकर शयन कराया जाएगा. सूर्य ग्रहण और बादलों के बीच लुका छुपी का दौर लगातार जारी रहा. इस दौरान लोगों ने मोबाइल और कैमरों से तस्वीरें भी कैद की है.