धौलपुर. जिले में प्रधानमंत्री मुद्रा लोन योजना को लेकर लोग सकारात्मक बयान दे रहे हैं. साल 2015 में केंद्र सरकार द्वारा चालू की गई इस स्कीम से जिले के छोटे, मझोले और बड़े कारोबारियों ने अपने कारोबार को मुकाम तक पहुंचाया है.
बता दें कि जिले में ये योजना चौतरफा फैली हुई है. शहर, कस्बा, गांव और ढाणी में इस योजना का लोग लाभ उठा रहे हैं. लेकिन मुद्रा लोन योजना में कोई गारंटी और जमानत नहीं होने पर बैंकों को वसूली करने में भी खासी परेशानी हो रही है.
ऐसे में धौलपुर एसबीआई शाखा के मुख्य प्रबंधक राम खिलाड़ी मीणा ने जानकारी देते हुए बताया कि केंद्र सरकार ने साल 2015 में इस योजना को लागू किया गया था. मुद्रा योजना को तीन चरणों में विभाजित किया गया था, जिसमें शिशु लोन योजना, किशोर लोन योजना और तरुण लोन योजना शामिल थी. शिशु लोन योजना के तहत व्यक्ति 50 हजार तक के रेट प्राप्त कर सकता हैं, किशोर लोन योजना में 50 हजार से ऊपर और 5 लाख तक का ऋण ले सकता है. वहीं तरुण लोन योजना में 5 लाख से 10 लाख तक का ऋण दिया जा सकता है.
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री मुद्रा लोन योजना के लिए किसी भी योग्यता की आवश्यकता नहीं होती है. लोन प्राप्त करने के लिए पैन कार्ड, आधार कार्ड ड्राइविंग लाइसेंस, वोटर आईडी या पासवर्ड होना आवश्यक है. अगर लोन प्राप्त करने वाला आवेदक अनुसूचित जाति/जनजाति या पिछड़ा वर्ग से है तो उसको प्रमाण पत्र भी देना आवश्यक है. लोन प्राप्त करने वाला व्यक्ति जो भी व्यवसाय खोलना चाहता है. उससे संबंधित लाइसेंस पंजीकरण प्रमाण पत्र या अन्य दस्तावेज भी दे सकता है.
मीणा ने बताया कि अगर व्यक्ति बड़े स्तर पर नया व्यवसाय या कारोबार शुरू करना चाहता है या अपने व्यवसाय को और बड़ा करना चाहता है तो उसे उस व्यवसाय से संबंधित सारी रिपोर्ट देना अनिवार्य है. प्रधानमंत्री मुद्रा बैंक योजना के तहत व्यक्ति को वित्त वर्ष के दौरान बिक्री और मुनाफे और घाटे का ब्यौरा भी देना होगा. अगर व्यक्ति किसी भी कंपनी या किसी भी व्यवसाय से साझेदारी करता है तो उससे वह भी चीज बैंक को साझा करनी होगी. प्रधानमंत्री मुद्रा लोन को किसी भी बैंक से प्राप्त किया जा सकता है. इसके लिए किसी भी प्रकार की शर्त गारंटी या जमानत की आवश्यकता नहीं होती है.
गौरतलब हो कि केंद्र सरकार द्वारा लागू की गई मुद्रा लोन स्कीम का आज बेरोजगार लोग लाभ उठा रहे हैं. लेकिन कुछ मामले ऐसे भी सामने आ रहे हैं जिनमें उपभोक्ताओं ने मुद्रा लोन स्वीकृत करा लिए. लेकिन कारोबार ठप होने पर या अन्य कोई व्यवधान आने पर बैंकों में जमा नहीं करा रहे हैं. इससे बैंकों के लिए परेशानी बढ़ गई है. इसे लेकर अधिकांश प्रधानमंत्री मुद्रा लोन योजना के परिणाम सकारात्मक सामने आ रहे हैं.
वहीं मोटर पार्ट्स विक्रेता सुनील ने कहा कि उसने 1 लाख का मुद्रा लोन लिया था. उस पैसे को दुकान में लगाया था. मुद्रा लोन द्वारा ली गई पूंजी से उसकी दुकान को बहुत अच्छा मुनाफा हुआ है. सुनील ने इस स्कीम को बहुत ही अच्छा बताया. लोन उपभोक्ता सुनील कोली ने कहा कि उसने पंचर की दुकान खोली थी. पूर्व में वह बेरोजगार था. आज उसकी दुकान और कारोबार बहुत अच्छा चल रहा है. जिले में प्रधानमंत्री मुद्रा लोन योजना के सकारात्मक परिणाम मिले हैं. बेरोजगार और दुकानदारों ने इस योजना का भरपूर लाभ उठाया है.