धौलपुर. आखिरी दिन सोमवार को जिले की चार विधानसभाओं के आठ प्रत्याशियों ने अपना नामांकन दाखिल किया. इस दौरान नेताओं और उनके कार्यकर्ताओं में खासा उत्साह देखते बना. अब आगामी 25 नवंबर को मतदान होना है. ऐसे में सभी पार्टियों की ओर से प्रचार की गति को तेज कर दिया गया है. साथ ही मतदाताओं को लुभाने के लिए नेता बड़े-बड़े वादे और दावे कर रहे हैं.
सोमवार को धौलपुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक शोभारानी कुशवाह ने कांग्रेस के सिंबल पर अपना नामांकन दाखिल किया. इसके इतर सबसे हॉट और सियासी उथल पुथल वाले बाड़ी विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के गिर्राज सिंह मलिंगा, कांग्रेस के प्रशांत सिंह परमार और बसपा से पूर्व विधायक जसवंत सिंह गुर्जर ने अपना नामांकन दाखिल किया. वहीं, बसेड़ी विधानसभा क्षेत्र से टिकट नहीं मिलने पर बागी हुए विधायक खिलाड़ी लाल बैरवा ने भी निर्दलीय पर्चा भरा. इसके साथ ही भाजपा से सुखराम कोली और आम आदमी पार्टी से द्वारका प्रसाद मौर्य ने भी नामांकन किया. इनके अलावा राजाखेड़ा क्षेत्र से डॉ. धर्मपाल ने बहुजन समाज पार्टी के सिंबल पर अपना पर्चा दाखिल किया. ऐसे में जिले की चार विधानसभा सीटों से कुल आठ नामांकन दाखिल किए गए.
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बाड़ी में कांग्रेस-बसपा में हो सकता है मुकाबला : जिले की चारों विधानसभा क्षेत्रों में सभी पार्टियों के टिकट फाइनल होने के बाद चुनाव की तस्वीर भी अब काफी हद तक साफ होती दिख रही है. हालांकि, नामांकन वापसी के बाद चुनाव की दशा और दिशा पूरी तरह से साफ होगी. वर्तमान में बाड़ी विधानसभा क्षेत्र में मुकाबला काफी दिलचस्प बनता दिखाई दे रहा है. यहां कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा और भाजपा छोड़ बसपा में शामिल हुए पूर्व विधायक जसवंत सिंह गुर्जर के बीच मुकाबले की संभावना दिखाई दे रही है. इसके अलावा कांग्रेस प्रत्याशी प्रशांत सिंह परमार पहली बार चुनावी मैदान में उतरे हैं. गिर्राज सिंह मलिंगा की अपेक्षा राजपूत समाज में कम पकड़ होने की वजह से चुनावी मुकाबला आसान नहीं रहेगा. सियासी जानकारों की मानें तो विधायक मलिंगा और जसवंत सिंह गुर्जर के बीच यहां रोचक मुकाबला होने के आसार हैं.
खिलाड़ी लाल बैरवा ने भरा निर्दलीय पर्चा : सचिन पायलट गुट के विधायक खिलाड़ी लाल बैरवा टिकट कटने के बाद बागी हो गए. रविवार को बाड़ी के निजी गार्डन में कार्यकर्ताओं संग बैठक के बाद उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया था. वहीं, सोमवार को उन्होंने अपना नामांकन दाखिल कर दिया. बैरवा के बागी होने से कांग्रेस प्रत्याशी संजय जाटव की मुश्किलें बढ़ सकती हैं.
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धौलपुर में त्रिकोणीय मुकाबला : धौलपुर सीट पर इस बार जीजा डॉ. शिवचरण कुशवाह और उनकी साली शोभारानी कुशवाह के बीच मुकाबला तय माना जा रहा था, लेकिन पूर्व सभापति रितेश शर्मा के बसपा से मैदान में उतरने के बाद यहां लड़ाई अब त्रिकोणीय हो गई है. तीनों प्रत्याशियों की क्षेत्र में मजबूत पकड़ होने की बात कही जा रही है. यही वजह है कि यहां किसी भी प्रत्याशी के लिए जीत आसान नहीं होगी.
राजाखेड़ा में दो धुरंधर परिवारों के बीच मुकाबला : राजाखेड़ा विधानसभा क्षेत्र में दो राजनीतिक धुरंधर परिवारों के मध्य चुनावी मुकाबला माना जा रहा है. भाजपा से पूर्व मंत्री बनवारी लाल शर्मा की पुत्रवधू नीरजा अशोक शर्मा और कांग्रेस से पूर्व मंत्री प्रद्युम्न सिंह के पुत्र रोहित बोहरा मैदान में हैं. दोनों ही परिवारों का पुराना राजनीतिक वजूद रहा है. हालांकि, पूर्व जिला प्रमुख डॉ. धर्मपाल ने भी बसपा के सिंबल से अपना नामांकन दाखिल कर दिया है.