धौलपुर. जिला चिकित्सालय धौलपुर में वर्ष 2021 से पोस्ट एमबीबीएस पीजी डिप्लोमा कोर्स प्रारंभ किए जाएंगे. जिससे जिले में विशेषज्ञ चिकित्सकों की कमी पूरी होने की उम्मीद जगी है. जिला कलेक्टर राकेश कुमार जायसवाल ने बताया कि राज्य सरकार चिकित्सा शिक्षा विभाग के निर्देशानुसार की गई कार्रवाई के अनुरूप नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन की ओर से संचालित पोस्ट एमबीबीएस पीजी डिप्लोमा कोर्स जिला चिकित्सालय धौलपुर में वर्ष 2021 से प्रारम्भ किए जाएंगे.
इन विषयों में होंगे कोर्स प्रारंभ मिली मंजूरी
जिला चिकित्सालय में 5 विषयों में पीजी डिप्लोमा की कुल 25 सीटों के लिए एनबीई की ओर से स्वीकृति प्रदान की गई है. जिसमें शिशुरोग विभाग 6 सीट, स्त्री एवं प्रसूति रोग 5 सीट, एनेस्थीसिया 4 सीट, नेत्ररोग 2 सीट की स्वीकृति प्रदान की गई है. सीट और फेमिली मेडिसिन 8 सीटो में डिप्लोमा कोर्स प्रारम्भ किए जाएंगे.
जिला चिकित्सालय धौलपुर में उक्त कोर्स प्रारम्भ करने के लिए जिला कलेक्टर के निर्देशन में कार्रवाई की गई. जिला कलेक्टर की ओर से विशेष रूची लेकर एनबीई की ओर से वांछित सभी सुविधाओं की पूर्ति करवाई गई और लगभग 12.5 लाख रुपए राशि की फीस एनबीईए को जमा कराई गई.
जिला कलेक्टर ने बताया कि जिले के जरूरतमंद लोगों को समय पर चिकित्सा सुविधाओं का लाभ मिल सकेगा. इसके साथ साथ गंभीर बीमारियों से ग्रसित लोगों को रैफर न कर जिले में ही बेहतर चिकित्सकीय सुविधा मुहैया कराई जा सकेगी. इस प्रकार के कोर्सेज के प्रारंभ होने से जिले के आम नागरिकों को बड़ी राहत मिलेगी.
जिले के नागरिकों को मेडिकल कॉलेज की तर्ज पर 24 घंटे उपलब्ध होंगी चिकित्सा सुविधाएं
पीएमओ डॉ. समरवीर सिंह सिकरवार ने बताया कि यह जिले के लिए सौभाग्य का विषय है कि यहा पर मेडीकल कॉलेज प्रारम्भ होने से पूर्व ही स्नातकोत्तर चिकित्सा शिक्षा प्रारम्भ हो जावेगी. जिससे एमबीबीएस छात्रों को पढ़ाई में सुविधा होगी तथा जिले के नागरिकों को मेडीकल कॉलेज की तर्ज पर चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध होगी एवं कुछ विषयों में 24 घन्टे विशेषज्ञ चिकित्सक मिलना प्रारम्भ हो जावेगा. उक्त कोर्स हेतु डॉ. हरिओम गर्ग को नोडल अधिकारी बनाया गया है. डॉ. गर्ग ने बताया कि इस कोर्स की सीटें वर्ष 2021 में मेडीकल नीट पीजी के द्वारा भरी जावेगी और एमसीआई की तरह राष्ट्रीय और अन्तराष्ट्रीय स्तर पर मान्य होगी.
इस कोर्स में 50 प्रतिशत सीटे राज्य के सेवारत चिकित्सको से भरी जावेगी तथा शेष 50 प्रतिशत सीटों पर देशभर के चिकित्सकों को प्रवेश दिया जायेगाद्य चिकित्सा शिक्षा विभाग एवं नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन दिल्ली के निर्देशानुसार कोर्स प्रारम्भ करने के लिए आवश्यक तैयारियां की जा रही है. उक्त कोर्स प्रारम्भ होने से जिला चिकित्सालय की चिकित्सा सेवाओं में सुधार होगा.