धौलपुर. जिले की पचगांव पुलिस चौकी के स्टाफ पर मरीज को अस्पताल ले जाते समय गाड़ी को जबरन रोकने और मरीज को गाड़ी से नीचे उतारने के चलते मौत होने का आरोप कुछ लोगों ने लगाया है. वहीं परिजनों ने इस संबंध में एसपी से मुलाकात करते हुए कार्रवाई की मांगी की है. उधर, पुलिस ने इस तरह के किसी भी घटनाक्रम से इनकार किया है.
जानकारी के मुताबिक परिजनों ने एसपी को दिए शिकायत में श्रीकांत पुत्र परशुराम निवासी चक सामरी रूपबास भरतपुर ने बताया कि वह 4 अक्टूबर की देर शाम निजी गाड़ी से रामेश्वर पुत्र पंचम सिंह को पेट दर्द होने पर धौलपुर अस्पताल लेकर जा रहा था. उसने आरोप लगाया है कि रास्ते में पचगांव पुलिस चौकी के स्टाफ ने गाड़ी को रुकवा लिया. जिसके बाद चौकी के पुलिसकर्मियों ने मरीज रामेश्वर सहित सभी को गाड़ी से नीचे उतार दिया और गाड़ी को लेकर कहीं चले गए.
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इस दौरान मरीज रामेश्वर की तबीयत ज्यादा बिगड़ गई जिसके चलते उसकी चौकी पर ही मौत हो गई. परिजनों का आरोप है कि करीब 2 घंटे बाद पुलिसकर्मी गाड़ी को लेकर वापस लौटे थे. जिसके बाद रामेश्वर को गाड़ी में डालकर जिला अस्पताल पहुंचाया गया. जहां चिकित्सकों ने स्वास्थ्य परीक्षण कर मृत घोषित कर दिया.
वहीं, पुलिस के आलाधिकारियों ने आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया. एसपी मृदुल कच्छावा ने कहा बताया कि पीड़ित ने पुलिस पर गलत और झूठे आरोप लगाए थे. जिसे पीड़ित ने खुद स्वीकार भी किया है. एसपी ने कहा कि जिस युवक की मौत हुई है उसने जहर खाया हुआ था और जहर खाने के कारण व्यक्ति की मौत हुई है. फिर भी पुलिस द्वारा प्रकरण की जांच की जा रही है.