धौलपुर. जिले समेत हाड़ौती क्षेत्र एवं कोटा बैराज से छोड़े गए पानी से चंबल नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है. मौजूदा वक्त में चंबल का जलस्तर खतरे के निशान 130.79 मीटर को पार कर144 मीटर से ऊपर पहुंच चुका है. चंबल नदी में पानी की आवक अधिक होने से 4 दर्जन से अधिक गांव बाढ़ की चपेट में आ चुके हैं. ईटीवी भारत आपदा में फंसे लोगों के लिए मददगार साबित हो रहा है.
हालात इतने बिगड़ गए हैं कि लोगों के घरों में पानी घुस गए हैं जिससे अनाज, कपड़े, बर्तन, चारा खराब होने के साथ ही मवेशियों को सुरक्षित स्थान पर ले जाने की समस्या खड़ी हो गई है. एसडीआरएफ की टीम बाढ़ में फंसे लोगों को रेस्क्यू कर रही है. ईटीवी भारत भी आपदा में फंसे लोगों के लिए मददगार साबित हुआ है.
जिले की चंबल नदी का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है. हाड़ौती क्षेत्र एवं कोटा बैराज से छोड़े गए पानी से चंबल नदी रौद्र रूप धारण कर चुकी है. धौलपुर, बाड़ी, राजाखेड़ा एवं सरमथुरा उपखंड इलाके के 4 दर्जन से अधिक गांव चारों तरफ से पानी से घिर चुके हैं. लोगों की गृहस्थी बर्बाद हो गई है.
एसडीआरएफ की टीम महिलाओं, बुजुर्ग एवं बच्चों को निकाल रही हैं. उधर, पूर्वी राजस्थान में मानसून का दबाव लगातार बढ़ता जा रहा है. मौसम विभाग के मुताबिक आगामी 1 से 2 दिन में और अधिक बारिश हो सकती है. ऐसे में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है.
बाढ़ आपदा की घड़ी में ईटीवी भारत में लोगों के लिए मददगार साबित हुआ है. ईटीवी भारत के पहुंचने पर दिहोली थाना क्षेत्र के करीब आधा दर्जन गांवों के ग्रामीणों को निकालने के लिए पुलिस की ओर से एसडीआरएफ की टीम को बुलाया गया है. स्टीमर के माध्यम से ग्रामीणों को रेस्क्यू किया जा रहा है.
विधायक रोहित बोहरा ने किया दौराः चंबल नदी में आए उफान के बाद राजाखेड़ा उपखण्ड के करीब दर्जन भर से अधिक गांव बाढ़ की चपेट में आ चुके हैं. राजाखेड़ा विधायक रोहित बोहरा ने विधानसभा क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित गांवों का दौरा कर हालात का जायजा लिया. विधायक ने चंबल से प्रभावित ग्राम पंचायत महदपुरा, चीलपुरा, फरासपुरा, बसई धीयाराम के गांवों में पहुंचकर लोगों से जानकारी ली. रोहित बोहरा ने बताया कि बाढ़ प्रभावित लोगों तक हर संभव मदद पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है. एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंच गई है लोगों को भोजन, पीने का साफ पानी, चिकित्सा सुविधा मुहैया करवाई जा रही है.