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धौलपुर: भू माफियाओं ने अधिकारियों की मिलीभगत से कब्रिस्तान को बेचा, समाज विशेष में भारी आक्रोश - बसेड़ी पंचायत समिति

जिले की बसेड़ी पंचायत समिति की ग्राम पंचायत तिमासिया में समाज बिशेष के कब्रिस्तान की भूमि को भू माफियाओं ने राजस्व विभाग के साथ सांठगांठ से विक्रय करने का मामला सामने आया है. मामले का भंडाफोड़ होने पर समाज विशेष के लोगों में आक्रोश भड़क गया. राजस्व विभाग एवं भू माफियाओं के खिलाफ समाज विशेष के लोगों ने प्रदर्शन कर पुलिस के समक्ष मामला दर्ज कराया है.

Land mafia sold the cemetery
भू माफियाओं ने अधिकारियों की मिलीभगत से कब्रिस्तान को बेचा...
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Published : Feb 1, 2021, 5:33 PM IST

धौलपुर. जिले की बसेड़ी पंचायत समिति की ग्राम पंचायत तिमासिया में समाज बिशेष के कब्रिस्तान की भूमि को भू माफियाओं ने राजस्व विभाग के साथ सांठगांठ से विक्रय करने का मामला सामने आया है. मामले का भंडाफोड़ होने पर समाज विशेष के लोगों में आक्रोश भड़क गया. राजस्व विभाग एवं भू माफियाओं के खिलाफ समाज विशेष के लोगों ने प्रदर्शन कर पुलिस के समक्ष मामला दर्ज कराया है. मामले में क्षेत्रीय विधायक खिलाड़ी लाल बैरवा ने भी नाराजगी जाहिर करते हुए दोषी कर्मचारियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई का आश्वासन दिया है. पूरे प्रकरण में तहसील कर्मचारियों के साथ रजिस्टार पर अवैध तरीके से रजिस्ट्री कराने के समाज विशेष के लोगों ने गंभीर आरोप लगाए हैं.

धौलपुर में भू माफियाओं ने अधिकारियों की मिलीभगत से कब्रिस्तान को बेचा...

बसेड़ी थाना पुलिस के समक्ष दर्ज कराए गए प्रकरण में समाज विशेष के लोगों ने बताया ग्राम पंचायत के तिमासिया में बाड़ी बसेड़ी मार्ग पर समाज विशेष का कब्रिस्तान मौजूद है. मुख्य सड़क मार्ग एवं बाजार के मध्य होने पर भूमि की कीमत करीब 10 करोड़ रुपये के आसपास है. कब्रिस्तान की भूमि में शुरू से ही समाज विशेष के लोगों को दफनाया गया है. जिसके अंदर समाज विशेष के पूर्वज एवं पुरखों की कच्ची एवं पक्की कब्र वर्तमान में बनी हुई है. कब्रिस्तान की जगह पर एक व्यक्ति ने पूर्व में परिवाद दायर किया था.

पढ़ें: Budget 2021 Reaction: चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने कहा- राजस्थान और दूसरे राज्य जहां चुनाव नहीं हैं उन्होंने क्या गुनाह किया

रिपोर्ट में बताया 27 मार्च 2017 में लोक अदालत न्यायालय उपखंड अधिकारी एवं पदेन सहायक ने प्रकरण संख्या 90/2016 में अमक भूखंड को कब्रिस्तान के लिए यथावत रखा था. लेकिन, आबादी में कब्रिस्तान होने के कारण न्यायालय ने मुर्दों को दफन करने पर रोक लगाई थी. न्यायालय ने आदेश में पंचायती राज विभाग को कब्रिस्तान की पक्की बाउंड्री वॉल कराने साथ दफन कब्रों की इबादत और पूजा करने की अनुमति दी गई थी. समाज विशेष के लोग तभी से मुर्दों को दफन नहीं कर रहे थे और कब्रिस्तान की देखरेख एवं संरक्षण में लगे हुए थे. रिपोर्ट में बताया कि कब्रिस्तान की मुख्य रोड पर बेशकीमती जमीन है. लिहाजा इस जमीन पर भू माफियाओं की शुरू से पहली नजर बनी हुई थी. तहसील में तैनात कुछ कर्मचारियों की भी कब्रिस्तान की जमीन पर बुरी नजर बनी हुई थी.

उन्होंने बताया 22 जनवरी 2021 को भू माफियाओं ने तहसील प्रशासन एवं रजिस्ट्रार से सांठगांठ कर बेशकीमती जमीन की रजिस्ट्री को करा लिया है. समाज विशेष के लोगों ने तहसील प्रशासन एवं रजिस्टर पर भ्रष्टाचार के भी गंभीर आरोप लगाए. कब्रिस्तान की जमीन की बिक्री होने पर समाज विशेष के लोगों में भारी आक्रोश भड़क गया है. तहसील प्रशासन एवं भू माफियाओं के खिलाफ प्रदर्शन कर बसेड़ी थाना पुलिस के समक्ष मामला दर्ज कराया है. फिलहाल पुलिस ने अभियोग दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है.

धौलपुर. जिले की बसेड़ी पंचायत समिति की ग्राम पंचायत तिमासिया में समाज बिशेष के कब्रिस्तान की भूमि को भू माफियाओं ने राजस्व विभाग के साथ सांठगांठ से विक्रय करने का मामला सामने आया है. मामले का भंडाफोड़ होने पर समाज विशेष के लोगों में आक्रोश भड़क गया. राजस्व विभाग एवं भू माफियाओं के खिलाफ समाज विशेष के लोगों ने प्रदर्शन कर पुलिस के समक्ष मामला दर्ज कराया है. मामले में क्षेत्रीय विधायक खिलाड़ी लाल बैरवा ने भी नाराजगी जाहिर करते हुए दोषी कर्मचारियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई का आश्वासन दिया है. पूरे प्रकरण में तहसील कर्मचारियों के साथ रजिस्टार पर अवैध तरीके से रजिस्ट्री कराने के समाज विशेष के लोगों ने गंभीर आरोप लगाए हैं.

धौलपुर में भू माफियाओं ने अधिकारियों की मिलीभगत से कब्रिस्तान को बेचा...

बसेड़ी थाना पुलिस के समक्ष दर्ज कराए गए प्रकरण में समाज विशेष के लोगों ने बताया ग्राम पंचायत के तिमासिया में बाड़ी बसेड़ी मार्ग पर समाज विशेष का कब्रिस्तान मौजूद है. मुख्य सड़क मार्ग एवं बाजार के मध्य होने पर भूमि की कीमत करीब 10 करोड़ रुपये के आसपास है. कब्रिस्तान की भूमि में शुरू से ही समाज विशेष के लोगों को दफनाया गया है. जिसके अंदर समाज विशेष के पूर्वज एवं पुरखों की कच्ची एवं पक्की कब्र वर्तमान में बनी हुई है. कब्रिस्तान की जगह पर एक व्यक्ति ने पूर्व में परिवाद दायर किया था.

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रिपोर्ट में बताया 27 मार्च 2017 में लोक अदालत न्यायालय उपखंड अधिकारी एवं पदेन सहायक ने प्रकरण संख्या 90/2016 में अमक भूखंड को कब्रिस्तान के लिए यथावत रखा था. लेकिन, आबादी में कब्रिस्तान होने के कारण न्यायालय ने मुर्दों को दफन करने पर रोक लगाई थी. न्यायालय ने आदेश में पंचायती राज विभाग को कब्रिस्तान की पक्की बाउंड्री वॉल कराने साथ दफन कब्रों की इबादत और पूजा करने की अनुमति दी गई थी. समाज विशेष के लोग तभी से मुर्दों को दफन नहीं कर रहे थे और कब्रिस्तान की देखरेख एवं संरक्षण में लगे हुए थे. रिपोर्ट में बताया कि कब्रिस्तान की मुख्य रोड पर बेशकीमती जमीन है. लिहाजा इस जमीन पर भू माफियाओं की शुरू से पहली नजर बनी हुई थी. तहसील में तैनात कुछ कर्मचारियों की भी कब्रिस्तान की जमीन पर बुरी नजर बनी हुई थी.

उन्होंने बताया 22 जनवरी 2021 को भू माफियाओं ने तहसील प्रशासन एवं रजिस्ट्रार से सांठगांठ कर बेशकीमती जमीन की रजिस्ट्री को करा लिया है. समाज विशेष के लोगों ने तहसील प्रशासन एवं रजिस्टर पर भ्रष्टाचार के भी गंभीर आरोप लगाए. कब्रिस्तान की जमीन की बिक्री होने पर समाज विशेष के लोगों में भारी आक्रोश भड़क गया है. तहसील प्रशासन एवं भू माफियाओं के खिलाफ प्रदर्शन कर बसेड़ी थाना पुलिस के समक्ष मामला दर्ज कराया है. फिलहाल पुलिस ने अभियोग दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है.

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