धौलपुर. जिला मुख्यालय स्थित आरएसी परेड ग्राउंड पर 74 वां स्वतंत्रता दिवस धूमधाम से मनाया गया. जिला कलेक्टर राकेश कुमार जायसवाल ने ध्वजारोहण किया. राज्य सरकार द्वारा जारी की गई कोरोना महामारी की गाइडलाइन की पालना करते हुए पूरा कार्यक्रम आयोजित किया गया. कार्यक्रम के दौरान पुलिस एवं आरएसी के जवानों ने परेड कर हैरतअंगेज करतब दिखाए.
वैश्विक महामारी कोरोना में महती भूमिका अदा करने वाले समाजसेवी एवं कर्मचारियों के सम्मान का कार्यक्रम नहीं रखा गया. सम्मानित व्यक्तियों के मंच से नाम बोलकर सिर्फ सम्मान दिया गया. सम्मानित व्यक्तियों के प्रशस्ति पत्र उनके घरों तक प्रशासन द्वारा पहुंचाए जाएंगे. राजस्थान के लोक कलाकारों ने कार्यक्रम में पारंपरिक राजस्थानी लोक संगीत की बेहतरीन प्रस्तुति दी. आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं देवी कोरोना महामारी से जागरूक करने के लिए जागरूकता गायन प्रस्तुत किया.
गौरतलब है कि कोरोना महामारी के कारण इस बार स्वाधीनता दिवस का लुत्फ शहर के लोग और बच्चे नहीं उठा पाए. कार्यक्रम में स्कूली बच्चों और शहर के आमजन के लिए जिला प्रशासन ने सरकार की गाइडलाइन की पालना में प्रतिबंध लगाया था. स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम में सिर्फ प्रशासनिक अधिकारी एवं सामाजिक संगठनों के लोग मौजूद रहे.
जिला कलेक्टर राकेश कुमार जायसवाल ने झंडारोहण किया. झंडारोहण के बाद अतिरिक्त कलेक्टर नरेंद्र वर्मा ने राज्यपाल का संदेश मंच से सुनाया. उसके बाद पुलिस एवं आरएसी के जवानों ने कदम ताल मिलाकर बेहतरीन परेड का कार्यक्रम दिखाया. पुलिस के जवानों ने बाइक द्वारा हैरतअंगेज करतब भी दिखाए. राजस्थान प्रदेश के बीकानेर शहर से पहुंचे लोक कलाकारों ने राजस्थानी पारंपरिक गीतों की बेहतरीन प्रस्तुतियां दी.
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आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने गायन एवं नाटक के माध्यम से अभिनय कर कोरोना महामारी से बचाव के लिए संदेश दिया. कोरोना संक्रमण के कारण स्कूली बच्चे नहीं होने से कार्यक्रम नीरस और फीका दिखाई दिया. जिला कलेक्टर ने कोरोना संक्रमण से मौत का शिकार हुई चिकित्सा कर्मी साधना शर्मा के परिजनों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया.
जिला प्रशासन की तरफ से वैश्विक महामारी के दौर में महती भूमिका अदा कर चुके चिकित्सा कर्मी, समाजसेवी, पत्रकारों और पुलिसकर्मियों आदि को सम्मानित किया गया, लेकिन सोशल डिस्टेंस की अवहेलना के कारण कोरोना वॉरियर्स को प्रशस्ति पत्र नहीं दिया गया. जिला प्रशासन द्वारा सम्मानित किए गए व्यक्तियों के घरों पर ही प्रशस्ति पत्र पहुंचाया जाएगा.