जयपुर: राजधानी जयपुर में एक नाबालिग से दुष्कर्म और शारीरिक शोषण का सनसनीखेज मामला सामने आया है. पड़ोस में रहने आए युवक ने 12 साल की नाबालिग को हवस का शिकार बनाया और चार साल तक यौन शोषण व मारपीट करता रहा. उसकी ज्यादती के कारण बच्ची बीमार रहने लगी और अवसाद में चली गई, लेकिन बदनामी के डर से परिजनों को घटना के बारे में नहीं बताया.
उपचार के दौरान उसने डॉक्टरों को आपबीती बताई तो डॉक्टर भी सकते में आ गए. मनोचिकित्सकों ने बच्ची का मेडिकल मुआयना किया तब बच्ची की बीमारी का कारण सामने आया. परिजनों ने पिछले साल आरोपी के खिलाफ दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज करवाया था. अब पुलिस ने अनुसंधान के बाद अब आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है.
पड़ोस में रहने आए युवक ने की दरिंदगी : जयपुर (पश्चिम) डीसीपी अमित कुमार ने बताया कि नवंबर 2024 को इस संबंध में मुकदमा दर्ज हुआ था. पीड़िता ने बताया कि 2015-16 में उसके पड़ोस में एक युवक रहने आया था. उस समय पीड़िता की उम्र 12 साल थी और वह छठी कक्षा में पढ़ती थी. एक दिन आरोपी युवक उसे सुनसान जगह ले गया और उसके साथ दुष्कर्म कर वीडियो बना लिया.
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बदनामी का डर दिखाकर मारपीट-शोषण : उन्होंने बताया कि आरोपी वीडियो वायरल करने की धमकी देकर लगातार उसका शोषण करने लगा. इस बीच वह उसे गांधी पथ (वेस्ट) पर एक फ्लैट में ले गया, जहां उसके साथ दुष्कर्म किया और शरीर पर ब्लेड से 'आई लव यू' लिख दिया. जिसके निशान आज भी शरीर पर मौजूद हैं. वह निवारू रोड पर रहने लगा. इसके बाद भी उसने पीड़िता के साथ कई बार जबरदस्ती की.
पीड़िता रहने लगी बीमार, अवसाद में चली गई : वे बोले- इस दौरान वह उसके साथ मारपीट भी करता था, जिससे वह डरी-डरी रहने लगी. आरोपी ने उसका 2019 तक शोषण किया. लगातार ज्यादती और मारपीट के चलते पीड़िता बीमार रहने लगी और उसे अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ा. उपचार के दौरान पीड़िता ने डॉक्टरों को आपबीती बताई. इसके बाद परिजनों को पूरे मामले का पता चला और नवंबर 2024 में जयपुर के झोटवाड़ा थाने में मुकदमा दर्ज करवाया गया.
रेप ट्रॉमा सिंड्रोम का करवाया मुआयना : उन्होंने बताया कि मामले की जांच महिला उत्पीड़न अनुसंधान इकाई की एएसपी सुलेश को सौंपी गई. पुलिस ने पीड़िता और डॉक्टरों के भी बयान दर्ज किए. लगातार दुष्कर्म-मारपीट के चलते अवसाद में और बीमार रहने के कारण पीड़िता का रूल-4 (पॉक्सो एक्ट) के तहत रेप ट्रॉमा सिंड्रोम्स का मेडिकल मुआयना मनोचिकित्सकों द्वारा करवाया गया, जिसमें भी दुष्कर्म और मारपीट के कारण अवसाद व बीमारी की बात सामने आई.