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धौलपुर : मावठ से खिले किसानों के चेहरे...दिनभर छाए रहे बादल, हल्की बूंदाबांदी ने बढ़ाई ठंड - Rain in Rajasthan

पूर्वी राजस्थान में कड़ाके की सर्दी ने लोगों को घरों में कैद रहने को मजबूर कर दिया है. अधिकांश लोग अलाव का सहारा लेते दिखाई दे रहे हैं. ऐसे में हल्की बूंदाबांदी ने इलाके में ठिठुरन बढ़ा दी है. हालांकि फसलों के लिए यह मावठ अमृत से कम नहीं है.

पूर्वी राजस्थान में तापमान गिरा,   राजस्थान में बारिश,  राजस्थान मौसम समाचार,  Mavath in dhaulpur farmers happy,  Mavath in karauli crop gains in dist,  Rain in East Rajasthan
धौलपुर में मावठ से खिले किसानों के चेहरे...
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Published : Jan 2, 2021, 4:20 PM IST

धौलपुर. जिले में पिछले एक हफ्ते से चल रहे खराब मौसम ने शनिवार को करवट बदली. सुबह से ही आसमान में बादल छाए रहे. बूंदाबांदी ने वातावरण में ठंडक घोल दी. जिससे आम जनजीवन प्रभावित नजर आया. कड़ाके की सर्दी और शीतलहर ने लोगों को घरों में कैद कर दिया है. अधिकांश लोग आग जलाकर अलाव का सहारा लेते हुए दिखाई दिए.

हल्की बारिश ने बढ़ाई धौलपुर में ठिठुरन, फसलों के लिए बरसा अमृत...

वहीं कई इलाकों में बूंदाबांदी हुई जिससे किसानों के चेहरे खिल गए हैं. मावठ से फसल को फायदा होगा. हालांकि मामूली तौर पर सरसों और आलू की फसल में नुकसान की संभावना बनी हुई है. गेहूं मटर और सब्जियों की फसलों में इससे भारी फायदा माना जा रहा है. यहां पिछले 1 हफ्ते से जिले में मौसम की लुका छुपी का खेल चल रहा था. घने कोहरे के साथ पाले ने सर्दी में भारी इजाफा किया था. रबी की फसल के लिए मावठ फायदेमंद है.

पढ़ें- राजस्थान के कई शहरों के तापमान में बढ़ोतरी, कई जिलों में बारिश का अलर्ट

शनिवार सुबह 11 बजे तक बूंदाबांदी होती रही. सीजन की पहली हल्की मावठ किसानों के लिए काफी लाभदायक मानी जा रही है. गेहूं, चना, मटर एवं सब्जियों की फसलों में बूंदाबांदी से काफी फायदा माना जा रहा है. जिससे किसानों को बड़ी राहत मिली है. हालांकि किसानों का मानना है कि अभी चिंता की कोई बात नहीं है. गेहूं, मटर, चना एवं सब्जियों के लिए मावठ एवं सर्दी की जरूरत है. उधर आमजन की बात की जाए तो पिछले 1 हफ्ते से कड़ाके की सर्दी एवं पाले ने आमजन के साथ पशु पक्षी एवं वन्यजीवों का जनजीवन भी प्रभावित किया है. धौलपुर शहर के बाजारों में सुबह 11 बजे तक सन्नाटा पसरा रहता है. लोगों का जनजीवन पूरी तरह से ठहर गया है. लोग अधिकांश घरों में रह कर ही दिन को व्यतीत करते हैं. कड़ाके की सर्दी ने बच्चे, बुजुर्ग युवा एवं अधेड़ सभी को बेहाल कर दिया है. शहर से गुजरने वाले आगरा मुंबई राष्ट्रीय राजमार्ग, धौलपुर करौली हाईवे एवं धौलपुर जयपुर हाईवे पर भी आवागमन प्रभावित हुआ है. सर्दी के सितम से यातायात भार में भारी गिरावट देखी जा रही है. सर्दी से बचाव के लिए लोग ऊनी वस्त्र एवं अलाव का सहारा ले रहे हैं.

पढ़ें - उत्तर भारत में हाड़ कंपाने वाली ठंड, 3 जनवरी से राहत की उम्मीद

उधर मौसम विभाग से मिली जानकारी में ज्ञात हुआ है कि आगामी दिनों में मौसम और अधिक खराब हो सकता है. मकर संक्रांति तक कड़ाके की सर्दी का सितम जारी रहेगा. उसके अलावा मानसून में भी दबाव बना हुआ है. जिससे बारिश होने की भी संभावना दिखाई दे रही है.

करौली में रुक रुक कर हुई बारिश, मावठ ने बदला मौसम का मिजाज

करौली. जिले में कड़ाके की ठंड़ के बीच मौसम के बदले मिजाज ने दस्तक दी है. राजस्थान में पड़ रही कड़ाके की ठंड के बीच सर्द हवाओं के साथ कई हिस्सों में बारिश हुई. वहीं शीतलहर चलने से लोगों में धूजणी छूट पड़ी है.लोग अलाव का सहारा लेकर सर्दी से बचाव करते हुए नजर आ रहें हैं. शीतलहर चलने से लोगों में कंपकंपी छूट पड़ी है. करौली जिला मुख्यालय सहित सपोटरा,टोडाभीम क्षेत्र में शनिवार सुबह से ही रुक रुक कर हो रही बारिश से सर्दी के तेवर फिर से तीखे हो गए हैं.

पूर्वी राजस्थान में तापमान गिरा,   राजस्थान में बारिश,  राजस्थान मौसम समाचार,  Mavath in dhaulpur farmers happy,  Mavath in karauli crop gains in dist,  Rain in East Rajasthan
करौली में सर्दी का सितम...

शनिवार को दिनभर आसमान पर घने बादल और धुंध के कारण ऐसा नजर आ रहा था, जैसे शाम हो गई हो. सर्द हवाओं से ठंड से बचाव के लिए लोग घरों व अपने प्रतिष्ठानों के बाहर अलाव का सहारा लेते नजर आए. रोजमर्रा के काम के लिए बाहर जाने वाले लोगो का ठंड के कारण कामकाज प्रभावित नजर आया. इधर न्यूनतम पारा भी शनिवार को 16 डिग्री पर आ गया. वहीं मौसम के जानकारों ने रात को पारा और अधिक नीचे जाने की संभावना जताई है.

पढ़ें - धौलपुर में बिजली चोरी पकड़ने गई विजिलेंस टीम पर लाठी-डंडों से हमला...

जहां बारिश होने से लोग ठंड़ से बचने के लिए घरों में दुबके रहे. वहीं आसमां से बरसे अमृत ने किसानों के चेहरे पर खुशी ला दी है. क्षेत्र के किसानों ने बताया कि गेंहू, जौ, सरसों जैसी फसलों के लिए ये बारिश अमृत के समान है.सर्दी में मावठ होना फसलों के लिए काफी लाभकारी है.बारिश होने से अब किसानों को फिलहाल पानी नहीं देना पड़ेगा. सर्द हवाओं के बीच बरसती बारिश से फसलों की ज्यादा पैदावार होगी.वहीं पलटे मौसम से तापमान में गिरावट दर्ज की गई है.

धौलपुर. जिले में पिछले एक हफ्ते से चल रहे खराब मौसम ने शनिवार को करवट बदली. सुबह से ही आसमान में बादल छाए रहे. बूंदाबांदी ने वातावरण में ठंडक घोल दी. जिससे आम जनजीवन प्रभावित नजर आया. कड़ाके की सर्दी और शीतलहर ने लोगों को घरों में कैद कर दिया है. अधिकांश लोग आग जलाकर अलाव का सहारा लेते हुए दिखाई दिए.

हल्की बारिश ने बढ़ाई धौलपुर में ठिठुरन, फसलों के लिए बरसा अमृत...

वहीं कई इलाकों में बूंदाबांदी हुई जिससे किसानों के चेहरे खिल गए हैं. मावठ से फसल को फायदा होगा. हालांकि मामूली तौर पर सरसों और आलू की फसल में नुकसान की संभावना बनी हुई है. गेहूं मटर और सब्जियों की फसलों में इससे भारी फायदा माना जा रहा है. यहां पिछले 1 हफ्ते से जिले में मौसम की लुका छुपी का खेल चल रहा था. घने कोहरे के साथ पाले ने सर्दी में भारी इजाफा किया था. रबी की फसल के लिए मावठ फायदेमंद है.

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शनिवार सुबह 11 बजे तक बूंदाबांदी होती रही. सीजन की पहली हल्की मावठ किसानों के लिए काफी लाभदायक मानी जा रही है. गेहूं, चना, मटर एवं सब्जियों की फसलों में बूंदाबांदी से काफी फायदा माना जा रहा है. जिससे किसानों को बड़ी राहत मिली है. हालांकि किसानों का मानना है कि अभी चिंता की कोई बात नहीं है. गेहूं, मटर, चना एवं सब्जियों के लिए मावठ एवं सर्दी की जरूरत है. उधर आमजन की बात की जाए तो पिछले 1 हफ्ते से कड़ाके की सर्दी एवं पाले ने आमजन के साथ पशु पक्षी एवं वन्यजीवों का जनजीवन भी प्रभावित किया है. धौलपुर शहर के बाजारों में सुबह 11 बजे तक सन्नाटा पसरा रहता है. लोगों का जनजीवन पूरी तरह से ठहर गया है. लोग अधिकांश घरों में रह कर ही दिन को व्यतीत करते हैं. कड़ाके की सर्दी ने बच्चे, बुजुर्ग युवा एवं अधेड़ सभी को बेहाल कर दिया है. शहर से गुजरने वाले आगरा मुंबई राष्ट्रीय राजमार्ग, धौलपुर करौली हाईवे एवं धौलपुर जयपुर हाईवे पर भी आवागमन प्रभावित हुआ है. सर्दी के सितम से यातायात भार में भारी गिरावट देखी जा रही है. सर्दी से बचाव के लिए लोग ऊनी वस्त्र एवं अलाव का सहारा ले रहे हैं.

पढ़ें - उत्तर भारत में हाड़ कंपाने वाली ठंड, 3 जनवरी से राहत की उम्मीद

उधर मौसम विभाग से मिली जानकारी में ज्ञात हुआ है कि आगामी दिनों में मौसम और अधिक खराब हो सकता है. मकर संक्रांति तक कड़ाके की सर्दी का सितम जारी रहेगा. उसके अलावा मानसून में भी दबाव बना हुआ है. जिससे बारिश होने की भी संभावना दिखाई दे रही है.

करौली में रुक रुक कर हुई बारिश, मावठ ने बदला मौसम का मिजाज

करौली. जिले में कड़ाके की ठंड़ के बीच मौसम के बदले मिजाज ने दस्तक दी है. राजस्थान में पड़ रही कड़ाके की ठंड के बीच सर्द हवाओं के साथ कई हिस्सों में बारिश हुई. वहीं शीतलहर चलने से लोगों में धूजणी छूट पड़ी है.लोग अलाव का सहारा लेकर सर्दी से बचाव करते हुए नजर आ रहें हैं. शीतलहर चलने से लोगों में कंपकंपी छूट पड़ी है. करौली जिला मुख्यालय सहित सपोटरा,टोडाभीम क्षेत्र में शनिवार सुबह से ही रुक रुक कर हो रही बारिश से सर्दी के तेवर फिर से तीखे हो गए हैं.

पूर्वी राजस्थान में तापमान गिरा,   राजस्थान में बारिश,  राजस्थान मौसम समाचार,  Mavath in dhaulpur farmers happy,  Mavath in karauli crop gains in dist,  Rain in East Rajasthan
करौली में सर्दी का सितम...

शनिवार को दिनभर आसमान पर घने बादल और धुंध के कारण ऐसा नजर आ रहा था, जैसे शाम हो गई हो. सर्द हवाओं से ठंड से बचाव के लिए लोग घरों व अपने प्रतिष्ठानों के बाहर अलाव का सहारा लेते नजर आए. रोजमर्रा के काम के लिए बाहर जाने वाले लोगो का ठंड के कारण कामकाज प्रभावित नजर आया. इधर न्यूनतम पारा भी शनिवार को 16 डिग्री पर आ गया. वहीं मौसम के जानकारों ने रात को पारा और अधिक नीचे जाने की संभावना जताई है.

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जहां बारिश होने से लोग ठंड़ से बचने के लिए घरों में दुबके रहे. वहीं आसमां से बरसे अमृत ने किसानों के चेहरे पर खुशी ला दी है. क्षेत्र के किसानों ने बताया कि गेंहू, जौ, सरसों जैसी फसलों के लिए ये बारिश अमृत के समान है.सर्दी में मावठ होना फसलों के लिए काफी लाभकारी है.बारिश होने से अब किसानों को फिलहाल पानी नहीं देना पड़ेगा. सर्द हवाओं के बीच बरसती बारिश से फसलों की ज्यादा पैदावार होगी.वहीं पलटे मौसम से तापमान में गिरावट दर्ज की गई है.

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