धौलपुर. जिले के दौरे पर पहुंचे भाजपा के पूर्व विधायक एवं राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य ज्ञानदेव आहूजा ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को घेरा है. 7 मई को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा सभा के दौरान सरकार बचाने में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे एवं कैलाश मेघवाल का नाम लेने पर आहूजा ने अशोक गहलोत की फंडामेंटल गलती बताया है.
उन्होंने कहा कि सियासी भूचाल के दौरान अगर किसी ने मदद भी की है, तो उसका नाम उजागर नहीं करना चाहिए. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सार्वजनिक तौर पर पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे एवं कैलाश मेघवाल का नाम लेकर मदद के बारे में बोला है. उस भाषण को तुरंत ही सचिन पायलट ने लपक लिया. उन्होंने सचिन पायलट पर हमला बोलते हुए कहा कि वह शर्मदार नहीं हैं. ज्ञानदेव आहूजा ने कहा सचिन पायलट को कोरोना, गद्दार, निकृष्ट कहा गया. ऐसे में उनको कांग्रेस में नहीं रहना चाहिए.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एवं सचिन पायलट की साढ़े 4 साल से लड़ाई चल रही है. उन्होंने कहा इस लड़ाई से बीजेपी को फायदा है. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को अपने विधायकों पर विश्वास नहीं है. बीजेपी पर लगाए खरीद-फरोख्त के आरोप गलत हैं. अशोक गहलोत ने पैसा वापस करने की बात कही थी, वह पैसा कहां से लाएंगे. इसका जवाब देना चाहिए.
चुनाव किसके नेतृत्व में होगा यह पार्टी तय करेगीः ज्ञानदेव आहूजा ने कहा भारतीय जनता पार्टी में हर कार्यकर्ता का महत्व है. पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के नेतृत्व को लेकर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए कहा कि उनका पार्टी में विशेष महत्व है. लेकिन राजस्थान का चुनाव किसके नेतृत्व में होगा, यह पार्टी आलाकमान तय करेगा. गौरतलब है कि महंगाई राहत कैंप के दौरान 7 मई को राजाखेड़ा विधानसभा क्षेत्र में हुई मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सभा देशभर में सियासी तौर पर चर्चा का विषय बन गई है.