धौलपुर. राष्ट्रीय महिला दिवस 2021 का जिला स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन शनिवार को पंचायत समिति सभागार में एडीजे विधिक सेवा प्राधिकरण शक्ति सिंह के मुख्य आतिथ्य में हुआ. भारत में हर वर्ष 13 फरवरी को राष्ट्रीय महिला दिवस के रूप में मनाया जाता है. दरअसल, इसी दिन स्वतंत्रता सेनानी और कवयित्री सरोजिनी नायडू का जन्म हुआ था. उन्हें अपनी कविताओं के कारण 'भारत कोकिला' के रूप में भी जाना जाता है. सरोजिनी नायडू ने देश की स्वतंत्रता के लिए भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाई थी.
शक्ति सिंह ने अपने उद्बोधन में कहा कि नारी हमेशा से ही शक्ति स्वरूपा रही है. नारी को अपने अंदर की शक्तियों की पहचान करना चाहिए. समाज में नारी का वही स्थान है जो एक पुरुष का है. सामाजिक बदलाब में नारी का महत्वपूर्ण योगदान है. उन्होंने नारियों की जागरूकता पर जोर देते हुए कहा कि एक लड़की का शरीर अगर पूर्ण रूप से परिपक्व नहीं हुआ है तो उसकी शादी नहीं करनी चाहिए.
बचपन की शादी बर्बादी का कारण बनती है. हमें अपने कर्तव्यों का प्रयोग कर बाल विवाह की रोकथाम हेतु प्रयासरत रहना चाहिए. महिलाओं की आत्मनिर्भर बनाने की पहल को अपनाने के बारे में भी अपने विचार रखे और शिक्षा एक ऐसा माध्यम है जिससे एक बालिका लाभान्वित होकर दो परिवारों का नाम रोशन करती है.
पढ़ें- धौलपुर नगर परिषद की पहली बैठक हंगामेदार, 113 करोड़ रुपए शहर के विकास के लिए स्वीकृत
उन्होंने कानूनी प्रक्रिया के बारे में चर्चा की. अनुच्छेद 15 व 16 में दिए गए महिलाओं के अधिकार और शक्तियों के बारे में जानकारी प्रदान की और जागरूक किया. कुछ शर्तों के अधीन लिंग परीक्षण में सहयोगी बनने बाले लोगों को सजा का प्रावधान है लेकिन जबरदस्ती या दबाब की स्थिति में महिला को दोषी करार नहीं दिया जाता है. रेप का शिकार होने वाली महिलाओं को कानूनन गर्भपात कराने का अधिकार दिया गया है.
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बचन सिंह मीना ने महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि महिला और पुरुष एक साधन के पहियों की तरह है. अगर एक खराब हो जाये तो उस गाड़ी का या साधन का अस्तित्व डगमगा जाता है. उसी प्रकार महिला और पुरुष भी एक दूसरे के पर्याय है. समाज में बिना पुरुष के महिला और बिना महिला के पुरुष आधूरा है.
अतिरिक्त जिला कलेक्टर नरेंद्र कुमार वर्मा ने नारियों के अधिकारों एवं कल्याण के लिए जागरूक करने की बात कही. उन्होंने कहा कि चुम्बक के समान ध्रुवों में आकर्षण नहीं होता है आसमान ध्रुवों में आकर्षण होता है. उसी प्रकार प्रकृति ने पुरुष और महिला अलग-अलग संरचनाओं की रचना की ताकि शन्तति का प्रादुर्भाव हो सके. उन्होंने कहा कि महिला और पुरुष एक दूसरे के पूरक है. उन्होंने महिला सशक्तिकरण की विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि हमें अपने अधिकारों के लिए लड़ना चाहिए.
उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिला साथिनों को किया सम्मानित
इस अवसर पर जिला प्रशासन एवं महिला आधिकारिता विभाग द्वारा उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिला आधिकारिता विभाग की साथिनों मछला बाई मीणा ग्राम पंचायत पवैनी सहित 7 साथिनों को सम्मानित किया गया.