ETV Bharat / state

धौलपुर के नवोदय विद्यालय में जिला कलेक्टर ने मेधावी छात्र-छात्राओं को किया सम्मानित

धौलपुर के जवाहर नवोदय विद्यालय में सोमवार को प्रतिभा सम्मान समारोह 2019-20 का आयोजन किया गया. इस दौरान जिला कलेक्टर ने छात्र -छात्राओं को सम्मानित किया. वहीं, जिला कलेक्टर के साथ ही मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी, प्राचार्य और उप प्राचार्य ने विद्यार्थियों को संबोधित किया.

प्रतिभा सम्मान समारोह, Dholpur News
धौलपुर में जिला कलेक्टर ने मेधावी छात्र-छात्राओं को किया सम्मानित
author img

By

Published : Jul 20, 2020, 8:53 PM IST

धौलपुर. जिले के जवाहर नवोदय विद्यालय में सोमवार को प्रतिभा सम्मान समारोह 2019-20 काआयोजन किया गया. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिला कलेक्टर राकेश कुमार जायसवाल रहे. इस दौरान कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर किया गया. साथ ही जिला कलेक्टर ने छात्र -छात्राओं को सम्मानित किया.

धौलपुर में जिला कलेक्टर ने मेधावी छात्र-छात्राओं को किया सम्मानित
विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए जिला कलेक्टर राकेश कुमार जायसवाल ने कहा कि हमारा उद्देश्य परीक्षा में सफल होना नहीं है, बल्कि अपने लक्ष्य तक पहुंचना है, जो हमने चुन रखा है. जब तक हम अपने लक्ष्य को हासिल ना कर लें, तब तक हमें पूर्ण मनोयोग से प्रयासरत रहना चाहिए. पूर्ण मनोयोग से ही हम अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं. हमें पढ़ाई के अलावा खेल-कूद और विभिन्न सांस्कृतिक गतिविधियों में भी भाग लेना चाहिए, इससे हमारा मन शांत होता है. साथ ही पढ़ने के लिए भी ऊर्जा मिलती है.

जिला कलेक्टर ने खुद के उदाहरण से छात्रों को प्रेरित किया और कहा कि अगर वो पूर्ण मनोयोग से अपने लक्ष्य प्राप्ति का संकल्प कर लिया तो रास्ते स्वयं नजर आने लगते हैं. साथ ही गरीबी और अन्य रूकावटें किनारे हो जाती हैं. जिला कलेक्टर ने धौलपुर जनपद में क्रियान्वित विभिन्न डिजिटल कार्यों के बारे में जानकारी दी और बताया कि कोविड-19 के विषम दौर में भी जिले ने अपना नाम रोशन किया है. जिले में ओपीडी पर्चा ऑनलाइन ई-मित्र के माध्यम से प्रदान करने की पहल को ई-गवर्नेन्स अवार्ड से सम्मान मिला है. साथ ही मतदाता सूची पुनरीक्षण के लिए भी राज्यपाल द्वारा सम्मानित किया गया है.

पढ़ें: हाईकोर्ट में पायलट गुट की याचिका पर सुनवाई मंगलवार सुबह 10.30 बजे तक टली

वहीं, मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी सियाराम मीना ने कहा कि सच्ची शिक्षा वो है, जो बच्चों के आध्यात्मिक, बौद्धिक एवं शारीरिक पहलुओं को उभारती और प्रेरित करती है. हमें विद्यार्थियों के अन्दर क्या चल रहा है, वह क्या चाहता है और उसका मन किस कार्य को करने का है, ये सभी बातें समझनी चाहिए. हमें विद्यार्थियों के हाव-भावों को समझकर उसे वातावरण के अनुकूल ही शिक्षा दी जानी चाहिए, जिससे विद्यार्थियों में पढ़ने की रुचि जाग्रत हो सके.

इस दौरान प्राचार्य डॉ. के बघेल ने विद्यालय की उपलब्धियों के बारे में बताते हुए कहा कि जवाहर नवोदय विद्यालय धौलपुर में एकेडमिक को साथ ही खेलकूद एवं विभिन्न पाठ्य सहगामी सांस्कृतिक क्रिया कलापों में भी अग्रणी है. विद्यालय ने शत-प्रतिशत और गुणवत्तापूर्ण परिणाम के साथ जिले में प्रथम स्थान प्राप्त किया है. 12वीं कक्षा की सीबीएसई बोर्ड परीक्षा में औसत अंक 83.47 रहा और अमित शर्मा ने सर्वाधिक 95.40 प्रतिशत अंक प्राप्त किए. साथ ही 10वीं में कक्षा औसत अंक 78.92 रहा और अर्पित गर्ग के सर्वाधिक 96.40 प्रतिशत अंक रहे हैं. वहीं, राष्ट्रीय स्तर पर त्रिवेन्द्रम में आयोजित राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस में पहली बार जिले से कुमारी श्वेता तिवारी ने प्रतिभाग किया है. पिछले 3 साल में 81 विद्यार्थियों ने राष्ट्रीय स्तर पर आयेाजित विभिन्न खेलों और 8 विद्यार्थियों ने एसजीएफआई स्तर पर प्रतिभाग किया है. इस बार तीन छात्रों सुभाष गुर्जर, सचिन और फरदीन ने एसजीएफआई स्तर पर प्रतिभाग किया है. साथ ही विद्यालय विभिन्न समाजोपयोगी गतिविधियों में भी सहयोग करता रहा है. विभिन्न जिला स्तरीय कार्यक्रमों में विद्यालय का प्रतिभाग सराहनीय रहा है.

पढ़ें: राजस्थान : 65 RAS अफसरों को प्रमोशन का तोहफा, कार्मिक विभाग ने जारी किए आदेश

इसके अलावा प्राचार्य ने कहा कि एक अच्छा शिक्षक विद्यार्थियों को रास्ता दिखाकर उस पर चलने के लिए प्रेरणा देता है, जिससे वो अपना स्वतंत्र व्यक्तित्व बना सके. शिक्षक सदैव विद्यार्थियों के भीतर प्रेरणा के रूप में रहता है, जो हर परिस्थिति में उसको संभालता एवं प्रोत्साहित करता है. वहीं, उप प्राचार्य हुपेन्द्र शर्मा ने सभी का आभार व्यक्त करते हुये कहा कि बालक को समझने के लिए केवल उसके विकास के समाजिक, व्यक्तिगत और असामान्य पहलू को समझना ही पर्याप्त नहीं होता. उसके लिए बालक के व्यक्तिगत इतिहस के साथ-साथ उसके जीवन इतिहास को भी जानना होता है.

धौलपुर. जिले के जवाहर नवोदय विद्यालय में सोमवार को प्रतिभा सम्मान समारोह 2019-20 काआयोजन किया गया. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिला कलेक्टर राकेश कुमार जायसवाल रहे. इस दौरान कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर किया गया. साथ ही जिला कलेक्टर ने छात्र -छात्राओं को सम्मानित किया.

धौलपुर में जिला कलेक्टर ने मेधावी छात्र-छात्राओं को किया सम्मानित
विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए जिला कलेक्टर राकेश कुमार जायसवाल ने कहा कि हमारा उद्देश्य परीक्षा में सफल होना नहीं है, बल्कि अपने लक्ष्य तक पहुंचना है, जो हमने चुन रखा है. जब तक हम अपने लक्ष्य को हासिल ना कर लें, तब तक हमें पूर्ण मनोयोग से प्रयासरत रहना चाहिए. पूर्ण मनोयोग से ही हम अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं. हमें पढ़ाई के अलावा खेल-कूद और विभिन्न सांस्कृतिक गतिविधियों में भी भाग लेना चाहिए, इससे हमारा मन शांत होता है. साथ ही पढ़ने के लिए भी ऊर्जा मिलती है.

जिला कलेक्टर ने खुद के उदाहरण से छात्रों को प्रेरित किया और कहा कि अगर वो पूर्ण मनोयोग से अपने लक्ष्य प्राप्ति का संकल्प कर लिया तो रास्ते स्वयं नजर आने लगते हैं. साथ ही गरीबी और अन्य रूकावटें किनारे हो जाती हैं. जिला कलेक्टर ने धौलपुर जनपद में क्रियान्वित विभिन्न डिजिटल कार्यों के बारे में जानकारी दी और बताया कि कोविड-19 के विषम दौर में भी जिले ने अपना नाम रोशन किया है. जिले में ओपीडी पर्चा ऑनलाइन ई-मित्र के माध्यम से प्रदान करने की पहल को ई-गवर्नेन्स अवार्ड से सम्मान मिला है. साथ ही मतदाता सूची पुनरीक्षण के लिए भी राज्यपाल द्वारा सम्मानित किया गया है.

पढ़ें: हाईकोर्ट में पायलट गुट की याचिका पर सुनवाई मंगलवार सुबह 10.30 बजे तक टली

वहीं, मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी सियाराम मीना ने कहा कि सच्ची शिक्षा वो है, जो बच्चों के आध्यात्मिक, बौद्धिक एवं शारीरिक पहलुओं को उभारती और प्रेरित करती है. हमें विद्यार्थियों के अन्दर क्या चल रहा है, वह क्या चाहता है और उसका मन किस कार्य को करने का है, ये सभी बातें समझनी चाहिए. हमें विद्यार्थियों के हाव-भावों को समझकर उसे वातावरण के अनुकूल ही शिक्षा दी जानी चाहिए, जिससे विद्यार्थियों में पढ़ने की रुचि जाग्रत हो सके.

इस दौरान प्राचार्य डॉ. के बघेल ने विद्यालय की उपलब्धियों के बारे में बताते हुए कहा कि जवाहर नवोदय विद्यालय धौलपुर में एकेडमिक को साथ ही खेलकूद एवं विभिन्न पाठ्य सहगामी सांस्कृतिक क्रिया कलापों में भी अग्रणी है. विद्यालय ने शत-प्रतिशत और गुणवत्तापूर्ण परिणाम के साथ जिले में प्रथम स्थान प्राप्त किया है. 12वीं कक्षा की सीबीएसई बोर्ड परीक्षा में औसत अंक 83.47 रहा और अमित शर्मा ने सर्वाधिक 95.40 प्रतिशत अंक प्राप्त किए. साथ ही 10वीं में कक्षा औसत अंक 78.92 रहा और अर्पित गर्ग के सर्वाधिक 96.40 प्रतिशत अंक रहे हैं. वहीं, राष्ट्रीय स्तर पर त्रिवेन्द्रम में आयोजित राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस में पहली बार जिले से कुमारी श्वेता तिवारी ने प्रतिभाग किया है. पिछले 3 साल में 81 विद्यार्थियों ने राष्ट्रीय स्तर पर आयेाजित विभिन्न खेलों और 8 विद्यार्थियों ने एसजीएफआई स्तर पर प्रतिभाग किया है. इस बार तीन छात्रों सुभाष गुर्जर, सचिन और फरदीन ने एसजीएफआई स्तर पर प्रतिभाग किया है. साथ ही विद्यालय विभिन्न समाजोपयोगी गतिविधियों में भी सहयोग करता रहा है. विभिन्न जिला स्तरीय कार्यक्रमों में विद्यालय का प्रतिभाग सराहनीय रहा है.

पढ़ें: राजस्थान : 65 RAS अफसरों को प्रमोशन का तोहफा, कार्मिक विभाग ने जारी किए आदेश

इसके अलावा प्राचार्य ने कहा कि एक अच्छा शिक्षक विद्यार्थियों को रास्ता दिखाकर उस पर चलने के लिए प्रेरणा देता है, जिससे वो अपना स्वतंत्र व्यक्तित्व बना सके. शिक्षक सदैव विद्यार्थियों के भीतर प्रेरणा के रूप में रहता है, जो हर परिस्थिति में उसको संभालता एवं प्रोत्साहित करता है. वहीं, उप प्राचार्य हुपेन्द्र शर्मा ने सभी का आभार व्यक्त करते हुये कहा कि बालक को समझने के लिए केवल उसके विकास के समाजिक, व्यक्तिगत और असामान्य पहलू को समझना ही पर्याप्त नहीं होता. उसके लिए बालक के व्यक्तिगत इतिहस के साथ-साथ उसके जीवन इतिहास को भी जानना होता है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.